गोरखपुर 05 अप्रैल (वार्ता) वासंतिक नवरात्र की अष्टमी तिथि पर गोरखपुर को रोड कनेक्टिविटी आतिथ्य एवं पर्यटन, आवासीय योजना सहित विकास के अनेकानेक उपहार देने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरासत और विकास के संगम के विजन से 2017 से बदला उत्तर प्रदेश देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है।
योगी शनिवार गोरखपुर को 1640 करोड़ रुपये से अधिक की 107 विकास परियोजनाओं का लोकार्पणऔर शिलान्यास करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हए कहा कि आज का उत्तर प्रदेश अब जातिवादी, परिवारवादी व माफियावादी ताकतों के हाथों में नहीं खेलेगा बल्कि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए देश की अर्थव्यवस्था का अग्रणी राज्य बनेगा।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की प्रगति से 25 करोड़ जनता को परेशानी कोई परेशानी नहीं हैए बल्किपरेशान तो दंगाइयों और दंगाइयों के आका हैं क्योंकि बढ़ते व्यापारए व्यापरियो, बहन.बेटियों की सुरक्षा के साथ पूर्ण रूप से सुरक्षित उत्तर प्रदेश में उनका धंधा चौपट हो गया है।
उन्होंने कहा कि आज के उत्तर प्रदेश में दंगाई और दंगाई के आका परेशान हैं। वह उत्तर प्रदेश के खिलाफ विष मन कर रहे हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश की प्रगति अच्छी नहीं लग रही है। वे कहते हैं कि उत्तरप्रदेश की प्रगति के आंकड़े तो फर्जी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था के आंकड़े फर्जी नहीं हैं बल्कि ऐसा कहने वालों की सोच दूषित हो चुकी है। ऐसे लोग अपनी दूषित सोच को उत्तर प्रदेश पर मत थोपें ,जान लें कि अब यह उत्तर प्रदेश बदल चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा सुरक्षा के माहौल में उत्तर प्रदेश देश और दुनिया में निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में उभरा है। अब आगे बढ़ रहा उत्तर प्रदेश जातिवादी, माफियावादी और परिवारवादी ताकतों के हाथोंमें नहीं खेलेगा। अब उत्तर प्रदेश विरासत और विकास के प्रधानमंत्री मोदी के विजन पर विकसित भारतकी परिकल्पना को साकार करने में आगे बढ़ रहा है। विकसित भारत की इसी परिकल्पना को साकार करने केलिए आज उत्तर प्रदेश के अंदर हर एक जनपद में नई प्रतिस्पर्धा खड़ी हुई है।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर हो या वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, लखनऊ, कानपुर, आगरा, मेरठ, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर और गाजियाबाद इन सभी जिलों में एक नई प्रतिस्पर्धा खड़ी हुई है कि कौन अच्छा कार्य कर सकता है। इसी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का हिस्सा बनने के लिए जब प्रदेशवासी खड़ा हुआ है तो उत्तर प्रदेश को देश की अग्रणीअर्थव्यवस्था बनने में देर नहीं लगेगी।
योगी ने कहा कि 1947 से 2017 तक जिन लोगों ने परिवारवादी, जातिवादी और तुष्टिकरण की राजनीति कोबढ़ावा दिया था उनके समय में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था लगातार गिरावट की ओर थी। आबादी में सबसेबड़ाए प्राकृतिक संसाधनों से भरपूरए सबसे उर्वरा भूमि वाला और सबसे प्रतिभाशाली युवाओं वाला राज्य होने के बावजूद विकास के पायदान पर लगातार गिरावट थी। जबकि 2017 के बाद तीन वर्ष कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ते हुए भी लगातार उत्तर प्रदेश आगे बढ़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश 2017 में देश की सातवीं अर्थव्यवस्था था आज वही उत्तर प्रदेश देश की नंबर दो की अर्थव्यवस्था बन चुका है सबसे तेज अर्थव्यवस्था केरूप में देश के अंदर वर्तमान में आगे बढ़ रहा है। केंद्र सरकार की उन सभी योजनाओं में जिसमें 2017 केपहले उत्तर प्रदेश सबसे फिसड्डी रहता थाए आज नंबर एक की लड़ाई में सबसे आगे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश सुरक्षा के बेहतरीन वातावरण में हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इसीलिए जिन लोगों में क्षमता नहीं थी उनको उत्तर प्रदेश के आंकड़े फर्जी लगते होंगे लेकिन जिनमें सामर्थ्य था उन्होंने करके दिखा दिया है।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में जहां जिलों में माफिया होते थे, वसूलीबाज होते थे वहीं वर्तमानसरकार में एक जिला.एक उत्पाद और एक जिला.एक मेडिकल कॉलेज जैसी अभिनव योजनाएं हैं। अपनेअत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ उत्तर प्रदेश आज देश के विकास में भरपूर योगदान दे रहा है। आज कायूपी भारत का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। आज उत्तर प्रदेश में पर्व और त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके सेसंपन्न हो रहे हैं। नौजवानों को यहीं पर रोजगार और नौकरी मिल रही है। उन्होंने कहा कि 1947 से लेकर 2017 तक उत्तर प्रदेश पुलिस बल में केवल 10000 महिला पुलिसकर्मी थीं जबकि गत दिनों हुई 60000 से अधिक की पुलिस भर्ती में ही अकेले 12000 से अधिक बेटियों को भर्तीकिया गया। मुख्यमंत्री ने किसानों के हित की चर्चा करते हुए कहा कि गन्ना किसानों के लिए 1996 से लेकर 2017 तकजितना गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ उससेए 60000 करोड़ यानी 280000 करोड रुपये का गन्ना मूल्य काभुगतान सिर्फ आठ वर्षों में डबल इंजन सरकार ने किया है।
योगी ने सड़क, रेल और एयर कनेक्टिविटी के लिहाज से मजबूत हुए गोरखपुर को शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग का हब बनने की दिशा में अग्रसर शहर बताते हुए कहा कि यहां जीडीए की तरफ से पांच लाख लोगों की आवासीय आवश्यकता के दृष्टिगत न्यू गोरखपुर सिटी भी बसा रहा है। उन्होंने कहा कि आज का गोरखपुर वह सिटी नहीं है जिसकी पहचान अपराध के गढ़ और माफियागिरी के चलते थी। आज का गोरखपुर विरासत और विकास के अद्भुत सामंजस्य के साथ आगे बढ़ रहा है।
आज का गोरखपुर चार विश्वविद्यालयों वाले शहर के रूप में एम्सए बीआरडी की सुपर स्पेशलिटी और निजी क्षेत्र के अनेक अच्छे अस्पतालों के माध्यम से शिक्षा और स्वास्थ्य का हब बन चुका है। 2017 के पहले तक जहां यहां इंसेफेलाइटिस के चलते बचपन काल कवलित होता था वहीं डबल इंजन सरकार ने अभियान चलाकर इंसेफेलाइटिस को छू मंतर कर दिया है। अब बच्चे इंसेफेलाइटिस की चपेट में आकर काल कवलित नहीं होंगे बल्कि उनकी प्रतिभा विकास में योगदान देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का गोरखपुर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ ही निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में भीउभरा है।15000 करोड रुपये के निवेश से 60000 नौजवानों को रोजगार गोरखपुर में मिला है।यहां नए.नए उद्योग लग रहे हैं। नए होटल खुल रहे हैं। देश और दुनिया के उद्यमी यहां निवेश कर रहे हैं।
विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह में सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर को विकास के पैमाने पर शून्य से शिखर तकपहुंचाया है। कभी इसके हिस्से अपराध की बदनाम पहचान थीए आज विकास का गुणगान है। उन्होंने कहा किकाशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या, मथुरा.वृंदावन के कायाकल्प और प्रयागराज महाकुंभ में सीएम योगी के प्रबंधन से आस्था से अर्थव्यवस्था का मंत्र विश्व को पहली बार पता चला। समारोह को महापौर डॉ़ मंगलेश श्रीवास्तव और विधायक विपिन सिंह ने भी संबोधित किया।
उदय , सोनिया
वार्ता