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2024 में कम आर्थिक विकास और व्यापार में गिरावट से विकास होगा प्रभावित: अंकटाड

2024 में कम आर्थिक विकास और व्यापार में गिरावट से विकास होगा प्रभावित: अंकटाड

जिनेवा, 17 अप्रैल (वार्ता) संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (अंकटाड) ने गिरते निवेश और कमजोर वैश्विक व्यापार का हवाला देते हुए 2024 में विकास में और गिरावट आने की चेतावनी देते हुये कहा है कि इस वर्ष वैश्विक विकास 2.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि वर्ष 2023 में यह 2.7 प्रतिशत रहा है।

अंकटाड ने अपनी नयी रिपोर्ट में कहा है कि ब्याज दरों में कटौती की संभावना से सरकारों और व्यवसायों के लिए राजकोषीय दृष्टिकोण में सुधार हो सकता है, लेकिन मौद्रिक नीति अकेले सभी गंभीर वैश्विक चुनौतियों का समाधान नहीं कर सकती है। निवेश और व्यापार को पुनर्जीवित करने, पूर्ण रोजगार का समर्थन करने और उचित आय वितरण की रणनीतियाँ मजबूत विकास और एसडीजी को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास की महासचिव रेबेका ग्रिनस्पैन ने इस रिपोर्ट को जारी करते हुये वैश्विक विकास को गति देने के लिए सशक्त बहुपक्षीय पहल और एक संतुलित नीति का मिश्रण बनाने की अपील की और कहा कि वैश्विक नीति समन्वय वैश्विक अर्थव्यवस्था की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। बदलते व्यापार पैटर्न, बढ़ता कर्ज और जलवायु परिवर्तन की बढ़ती लागत, ये सभी विकासशील देशों को असंगत रूप से प्रभावित करते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में कम ब्याज दरों के लिए बाजार की उम्मीदें दुनिया भर में निजी और सार्वजनिक बजट पर दबाव को कम करने की उम्मीद जगाती हैं। हालाँकि, अकेले मौद्रिक नीति प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान नहीं दे सकती है। रिपोर्ट में वित्तीय स्थिरता हासिल करने, नौकरियां पैदा करने और आय वितरण में सुधार के लिए राजकोषीय, मौद्रिक, मांग-पक्ष और निवेश बढ़ाने के उपायों के संतुलित नीति मिश्रण के साथ-साथ ठोस बहुपक्षीय पहल की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है।

उन्होंने कहा, “ हम अंतरराष्ट्रीय व्यापार और बाजार एकाग्रता की विषमताओं को दूर करने के लिए समन्वित बहुपक्षीय प्रयासों का आह्वान करते हैं। उधार लेने वाले देशों को सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए अधिक वित्तीय लचीलेपन की आवश्यकता है। इसे केवल वैश्विक वित्तीय सुरक्षा जाल के समावेशी और वैश्विक सुधार के माध्यम से ही हासिल किया जा सकता है।”

रिपोर्ट में कहा गया है कि वास्तविक मज़दूरी अभी भी महामारी पूर्व के स्तर से नीचे है। अधिकांश उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के केंद्रीय बैंकों ने मुद्रास्फीति से निपटने के लिए 2022 की शुरुआत से आक्रामक रूप से ब्याज दरें बढ़ा दी। हालाँकि, इस दृष्टिकोण ने पूरी तरह से कोविड 19 से आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों पर विचार नहीं किया और बाजार प्रभुत्व में वृद्धि हुई, जिससे कीमतें और मुनाफा बढ़ गया। 2023 में, स्थिर रोजगार के बावजूद, मुद्रास्फीति में कमी आई जिससे पता चलता है कि केवल मांग ही नहीं, बल्कि आपूर्ति-संबंधी मुद्दों ने भी पहले की मुद्रास्फीति में योगदान दिया।

रिपोर्ट में बढ़ते संरक्षणवाद, भू-राजनीतिक तनाव और जलवायु परिवर्तन के कारण बाधित समुद्री मार्ग वैश्विक व्यापार के लिए खतरा बताते हुये कहा गया है कि 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में 2.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, लेकिन वस्तुओं में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में 1 प्रतिशत की कमी आई। हालाँकि 2024 में कुछ सुधार होने की उम्मीद है, लेकिन इसकी संभावना नहीं है कि व्यापार इस वर्ष विकास का एक महत्वपूर्ण चालक होगा।

विश्व के वाणिज्य के लिए महत्वपूर्ण वैश्विक समुद्री व्यापार मार्ग बढ़ती चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। नवंबर 2023 से लाल सागर में जहाजों पर बढ़ते हमले यूक्रेन में युद्ध के कारण काला सागर में पहले से मौजूद व्यवधानों को और बढ़ा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, जलवायु-प्रेरित सूखा पनामा नहर के माध्यम से व्यापार को प्रभावित कर रहा है। कुछ सुधार के बावजूद, इस वर्ष वैश्विक व्यापार में धीमी वृद्धि की उम्मीद है। सेवा व्यापार की संभावनाएँ अपेक्षाकृत बेहतर हैं। रिपोर्ट में बढ़ते संरक्षणवाद, व्यापार तनाव और भू-राजनीतिक अनिश्चितता की भी चेतावनी देते हुये कहा गया है कि ये जोखिम न केवल अर्थव्यवस्थाओं को बाधित करते हैं, बल्कि ऐसे समय में ठोस बहुपक्षीय समाधानों को भी खतरे में डालते हैं, जब अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सहयोग की पहले से कहीं अधिक आवश्यकता होती है।

शेखर

वार्ता

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