राज्य » अन्य राज्यPosted at: Aug 22 2024 3:34PM बंगाल में आरजी कर में सीआईएसएफ तैनात, जूनियर डॉक्टरों ने सेवाएं बंद रखीकोलकाता, 22 अगस्त (वार्ता) पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को भी सेवाएं देनी बंद रखी, जबकि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) कर्मियों को तैनात किया गया है। आरजी कर अस्पताल में नौ अगस्त को स्नात्कोत्तर प्रशिक्षु युवा महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। अपनी युवा महिला सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल आज 14वें दिन में प्रवेश कर गई है, जिससे राज्य की सरकारी अस्पतालों में सेवाएं प्रभावित हैं। सूत्रों ने कहा कि फिलहाल अस्पताल परिसर के अंदर चौबीसों घंटे निगरानी रखने के लिए सीआईएसएफ कर्मियों को तैनात किया गया है। उच्चतम न्यायालय ने इस सप्ताह की शुरुआत में अस्पताल में सुरक्षा प्रदान करने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया था। शीर्ष न्यायालय के आदेश के बाद कोलकाता पुलिसकर्मी अस्पताल के बाहर ड्यूटी दे रहे हैं। गौरतलब है कि सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को अस्पताल का सर्वेक्षण किया और कोलकाता पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ कई दौर की बातचीत की थी। इसी बीच, राज्य स्वास्थ्य सचिवालय ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के तीन वरिष्ठ अधिकारियों नई प्राचार्य सुहृता पाल, उप-प्रचार्य और चिकित्सा अधीक्षक बुलबुल मुखर्जी और संस्थान के चेस्ट मेडिसिन विभाग के प्रमुख अरुणव दुता चौधरी को हटा दिया गया है। इसके अलावा, अस्पताल के बर्खास्त प्राचार्य संदीप घोष की चित्तरंजन नेशनल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्राचार्य के रूप में नई नियुक्ति भी वापस ले ली गई। राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने कहा कि यह निर्णय विशेष रूप से आरजी कर मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल के प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों और मेडिकल विद्यार्थियों और चिकित्सा बिरादरी के प्रतिनिधियों की मांग के अनुसार लिया गया। बारासात अस्पताल के प्रमुख मानस बनर्जी को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का नया प्राचार्य नियुक्त किया गया है। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें अभी तक स्वास्थ्य सचिवालय स्थानांतरण आदेश की प्रतियां नहीं मिली हैं। मेडिकल विद्यार्थियों ने कहा कि शीर्ष न्यायालय का आदेश मिलने के बाद वे अपने आंदोलन के भविष्य के बारे में फैसला करेंगे। केन्द्रीय जांच ब्यूरो को स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या मामले की चल रही जांच पर शीर्ष न्यायालय के समक्ष एक स्थिति रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है, जिसने राज्य सरकार से 14-15 अगस्त की देर रात अस्पताल में हुई बर्बरता पर एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है। इस बीच, अपदस्थ प्राचार्य संदीप घोष गुरुवार को सातवें दिन केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) अधिकारियों के सामने पेश हुए। वहीं विपक्षी दलों भाजपा और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है। वामपंथी दल भी राज्य भर में डॉक्टरों के लिए न्याय और महिलाओं की सुरक्षा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। भाजपा अस्पताल से लगभग आधा किमी दूर श्यामबाजार फाइव-पॉइंट क्रॉसिंग पर धरना-प्रदर्शन कर रही है। बाद में, आज राज्य स्वास्थ्य सचिवालय के घेराव का आह्वान किया।श्रद्धा, उप्रेतीवार्ता