राज्य » अन्य राज्यPosted at: Aug 28 2024 7:01PM अधिकारी का आरोप, भाटपारा में तृणमूल के गुंडों ने भाजपा नेता पर गोली चलायीकोलकाता, 28 अगस्त (वार्ता) पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उत्तर 24 परगना के भाटपारा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता प्रियांगु पांडेय के वाहन पर गोली चलायी, जिसमें चालक घायल हो गया।श्री अधिकारी ने अपने एक्स हैंडल पर कहा, “भाटपारा, (उत्तर 24 परगना) में भाजपा के प्रतिष्ठित नेता प्रियांगु पांडेय का वाहन। वाहन के चालक को गोली लगी है।” रिपोर्टों में कहा गया है कि भाटपारा में पूर्व सांसद अर्जुन सिंह के घर के पास भाजपा और तृणमूल समर्थकों के बीच हाथापाई हुई, जिससे स्थिति बहुत तनावपूर्ण हो गयी। भाजपा समर्थक बंद को लागू करने के लिए सड़कों पर थे, जिसका तृणमूल ने कड़ा विरोध किया और उसके समर्थक भगवा ब्रिगेड के खिलाफ सड़कों पर उतर आये।तृणमूल समर्थक नारे लगा रहे थे, “अर्जुन सिंह दूर हटो।” उन्होंने आरोप लगाया कि श्री सिंह और उनके समर्थक भाटपारा में एक मिल को जबरन बंद करवा रहे थे। श्री सिंह ने दावा किया कि बंद क्षेत्र में पूर्ण और सफल रहा।भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि लोग बंद के समर्थन में सड़कों पर उतर आये। उन्होंने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा, “ लोगों ने बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरकर बंगाल में एक युवा डॉक्टर की क्रूर हत्या के खिलाफ अपना सामूहिक आक्रोश व्यक्त किया है। ‘रेल रोको’ आंदोलन एक स्पष्ट संदेश है - आपके प्रशासन में कोई भरोसा नहीं बचा है, मुख्यमंत्री जी!” उन्होंने हैशटैग के साथ ‘ममता मस्ट रिजाइन” संदेश भी पोस्ट किया।इस बीच, भाजपा नेता सजल घोष को बाजार बंद कराने के आरोप में मध्य कोलकाता के उनके बऊबाजार स्थित घर से पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस उपायुक्त (मध्य) इंद्राणी मुखर्जी ने बताया कि श्री घोष को क्षेत्र में कथित रूप से उपद्रव भड़काने के आरोप में कैदियों के वाहन में लालबाजार ले जाया गया है। श्री घोष की पत्नी तानिया घोष ने आरोप लगाया कि उनके पति केवल हाथ जोड़कर शांतिपूर्वक अपील कर रहे थे कि चिकित्सक की हत्या के लिए न्याय के समर्थन में 12 घंटे का बंद रखा जाये।भाजपा नेता रूपा गांगुली और अग्निमित्रा पॉल को भी तृणमूल समर्थकों के गुस्से का सामना करना पड़ा, जब वे दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट मोड़ पर बाजार बंद करने की अपील कर रही थीं। भाजपा अध्यक्ष मजूमदार और पूर्व सांसद देबोश्री चौधरी को उत्तर 24 परगना के बागुईहाटी में देखा गया, जहां उन्होंने विरोध मार्च का आयोजन किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें बंद के समर्थन में सड़कों पर मार्च नहीं करने के लिए कहा। गौरतलब है कि राज्य में भाजपा की ओर से आहूत 12 घंटे के बंद के दौरान भाजपा और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कई स्थानों पर झड़पें हुईं और बंद के कारण सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। बंद के दौरान निजी वाहन और टैक्सियां सड़कों से नदारद रहीं, निजी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में कम उपस्थिति दर्ज की गयीं और कई बाज़ार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। राज्य के कुछ हिस्सों में ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित रहीं।सुबह छह बजे से, विभिन्न जिलों से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प की खबरें आती रहीं, जबकि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बंगाल बंद के खिलाफ याचिका खारिज कर दी।यामिनी,आशावार्ता