राज्य » अन्य राज्यPosted at: Aug 29 2024 5:36PM ओडिशा विधानसभा में हंगामा के कारण सदन चार बजे तक स्थगितभुवनेश्वर,29 अगस्त (वार्ता) ओडिशा विधानसभा में गुरुवार को विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) सदस्यों ने जमकर हंगामा किया और राज्य के ब्लॉकों में विकास कार्यों पर स्थगन प्रस्ताव के लिए उनके नोटिस पर चर्चा की मांग की।उत्तेजित बीजद सदस्यों के अध्यक्ष के आसन के पास पहुंचने, नारे लगाने और अध्यक्ष द्वारा उनके स्थगन नोटिस को स्वीकार करने से इनकार करने के विरोध में शून्यकाल के दौरान कामकाज बाधित करने के बाद अध्यक्ष सुरमा पाधी सदन की कार्यवाही चार बजे तक स्थगित करने के लिए मजबूर हो गयीं।सदन में यह मुद्दा बीजद सदस्य अरुण साहू और गणेश्वर बेहरा ने उठाया, जिन्होंने कहा कि हालांकि वे लंबे समय से इस मामले पर चर्चा की मांग कर रहे थे, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि अध्यक्ष इसे खारिज कर रहीं हैं।बीजद सदस्यों ने दावा किया कि पिछले दो महीनों में राज्य के सभी 314 ब्लॉकों में विकास कार्य ठप हो गए हैं।श्री साहू ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार ने अधिकारियों को ब्लॉकों में कोई भी विकास कार्य न करने का अलिखित निर्देश दिया है और उन्होंने स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की।बीजद सदस्यों ने तर्क दिया कि अध्यक्ष को स्थगन नोटिस स्वीकार करना चाहिए और राज्य के लोगों के हित में चर्चा की अनुमति देनी चाहिए।बीजद सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास आ गए। अध्यक्ष द्वारा उनकी मांग को मानने से इनकार करने पर बीजद सदस्यों ने विरोध में अध्यक्ष के आसन पर चढ़ने की कोशिश की।अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस स्वीकार नहीं किया क्योंकि यह हाल ही में हुई किसी विशेष घटना का मामला नहीं था और यह कोई जरूरी मुद्दा नहीं था। उन्होंने बीजद सदस्यों से अपनी सीटों पर वापस जाने का अनुरोध किया।संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा कि किसी मुद्दे पर चर्चा की अनुमति देना या न देना, इस बारे में अध्यक्ष का निर्णय अंतिम है।उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों को अध्यक्ष का सम्मान करना चाहिए और अध्यक्ष के निर्णय का पालन करना चाहिए। उन्होंने आंदोलनकारी सदस्यों से अपनी सीटों पर वापस जाने और सदन की कार्यवाही में भाग लेने का अनुरोध किया।अध्यक्ष द्वारा बीजद सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने और सदन की कार्यवाही में सहयोग करने की अपील के बावजूद, बीजद सदस्यों ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा, जिसके कारण अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही अपराह्न 1600 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।सोनिया,आशावार्ता