विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीPosted at: Aug 26 2016 10:30AM दो सौ साल पहले ग्लोबल वार्मिंग की हुई थी शुरूआतलंदन, 26 अगस्त (वार्ता) विश्व के लिए खतरा बन चुकी ग्लोबल वार्मिंग आज के दौर की समस्या नहीं है बल्कि एक नए शोध के अनुसार मानवीय गतिविधियों के कारण होने वाली ग्लोबल वार्मिंग 200 साल पहले ही शुरू हो गई थी। आस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए इस शोध के मुख्य शोधकर्ता नेरीली अबराम ने बताया कि औद्योगिकीकरण की शुरूआत में जब इंसान ने छापाखाना और भाप या कोयले से चलने वाले जहाजों तथा ट्रेनों का इस्तेमाल शुरू किया तब से ही ग्लोबल वार्मिंग की समस्या शुरू हो गई। अबराम ने कल एक बयान में कहा, “यह अद्भुत खोज है। यह ऐसी बात है जहां विज्ञान हमें हैरान करता है लेकिन नतीजे स्पष्ट है। हम जिस ग्लोबल वार्मिंग का आज हम सामना कर रहे हैं वह करीब 180 वर्ष पहले शुरू हुई थी।” शोध की सह शोधकर्ता डॉ हेलेन मैकग्रेगर ने कहा कि निश्चित रूप से 1800 शताब्दी के दौरान ही मानवीय गतिविधियों के कारण वायुमण्डल में ग्रीनहाउस गैसों का स्तर बढ़ना शुरू हुआ था। अबराम ने कहा कि इससे पहले वैश्विक तापमान में वृद्धि के लिए आज के दौर को जिम्मेदार माना जाता रहा है लेकिन उनकी टीम ने इसका पता लगाया है कि छोटे स्तर पर मानवीय गतिविधियों के कारण वातावरण में आया बदलाव ही इस वृद्धि के लिए जिम्मेदार है। डॉ. हेलेन ने कहा कि पूर्व के कई अध्ययनों में 1900 से पहले के आंकड़ों का अध्ययन नहीं किया गया इसलिए उनकी टीम ने 500 वर्ष पुराने आंकड़ों का विश्लेषण करना शुरू किया। मनीषा अर्चना वार्ता