दुनियाPosted at: Sep 26 2016 9:57PM जलवायु परिवर्तन पर अपनी जिम्मेदारी निभायें विकसित देश: भारत
संयुक्त राष्ट्र, 26 सितम्बर (वार्ता) भारत ने जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए विकसित देशों से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए अन्य देशों को प्रौद्योगिकी और धन उपलब्ध कराने का आह्वान किया और कहा कि वह इस समस्या से निपटने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाएगा। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71 वें अधिवेशन में आज अपने संबोधन में जलवायु परिवर्तन को दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती बताया। उन्होंने प्राकृतिक सम्पदा के असीमित खपत पर रोक लगाने और जीवन शैली को पर्यावरण के अनुकूल बनाने पर जोर देते हुए कहा कि भारत का प्राचीन ज्ञान, योग सही जीवन शैली का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से संबंधित पेरिस समझौते में सबकी साझी जिम्मेदारी और सबकी अलग अलग देनदारी के सिद्धांत को स्वीकार किया गया है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि विकसित देश अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए सभी की भलाई के लिए प्रौद्योगिकी भी दें और धनराशि भी। यह कार्यक्रम तभी सफल होगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जलवायु परिवर्तन की दिशा में भारत अग्रणी भूमिका निभाएगा और पेरिस समझौते के लिए अपना अनुमोदन ज्ञापन आगामी 2 अक्टूबर को जमा कर देगा। उन्होंने,“ हमने सोच समझकर यह तिथि तय की है क्योंकि यह गांधी जी का जन्मदिवस है, जिनका सम्पूर्ण जीवन प्रकृति के संरक्षण के लिए समर्पित रहा। टीम अजय शोभना जारी वार्ता