नयी दिल्ली 31 मार्च (वार्ता) दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने बिजली आपूर्ति के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी पर निशाना साधा है और कहा है कि जिस शानदारी बिजली आपूर्ति के वह ढोल पीट रही हैं, उसकी नींव राष्ट्रपति शासन के दौरान 2014 में तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रखी थी।
श्री सचदेवा ने सोमवार को बिजली आपूर्ति को लेकर श्रीमती आतिशी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संवाददाताओं से कहा कि उन्हें (श्रीमती आतिशी) मालूम होना चाहिए कि दिल्ली देश की राजधानी है और अगर यहां 24 घंटे बिजली अपूर्ति होती है, तो यह कोई अनूठा काम नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित मुम्बई, पुणे, अहमदाबाद, वड़ोदरा, बेंगलुरु और ना जाने कितने शहर हैं, जहां अबाधित बिजली आपूर्ति होती है। उत्तर प्रदेश जिसे 2017-18 तक बिजली उत्पादन और आपूर्ति के मामले में बीमार प्रदेश माना जाता था, वह आज रात दिन जगमगता है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अपने राज्यों में अच्छी बिजली आपूर्ति को लेकर ढोल नहीं पीटते, क्योंकि 24 घंटे बिजली आपूर्ति शासन का कर्तव्य है, ना की जनता पर कोई एहसान।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष ने कहा कि श्रीमती आतिशी आज जिस शानदार बिजली आपूर्ति का दावा कर रही हैं, उसकी नींव दिल्ली में राष्ट्रपति शासन के दौरान 2014 में तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने संसद में दिल्ली का बजट पेश करते हुए रखी थी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों को श्री जेटली का वो बजट भाषण भलीभांति याद है, जिसमें उन्होंने दिल्ली की खराब बिजली आपूर्ति की स्थिति का जिक्र करते हुए इसके सुधार के लिए बिजली बुनियादी अवसंचना में निवेश पर जोर देते हुए 675 करोड़ रुपये का निवेश नये विधुत संयंत्र लगाने पर और 200 करोड़ रुपये बिजली ट्रांसफार्मर और तारों के सुदृढीकरण पर केन्द्र की ओर से दिये थे।
श्री सचदेवा ने कहा कि इसके आलावा पावर डिस्कॉम में शामिल निजी कम्पनियों ने भी बिजली उतपादन और आपूर्ति की स्थिति सुधारने का प्रयास किया, लेकिन यह खेदपूर्ण है कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने 2015 से 2025 के बीच बिजली अपूर्ति के नाम पर केवल घोटाले किये।
उन्होंने कहा कि श्रीमती आतिशी बतायें कि क्या यह सच नहीं कि दिल्ली में 24 घंटे बिजली अपूर्ति के दावे करते-करते अरविंद केजरीवाल सरकार ने निजी कम्पनियों के साथ मिलकर बिजली सब्सिडी और पी.पी.ए.सी. घोटाले किये।
संतोष अशोक
वार्ता