राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 11 2024 5:30PM जौनपुर में तीन पीढ़ियों से मुस्लिम परिवार बना रहा है रावण का पुतलाजौनपुर,11 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में जौनपुर के शाहगंज में सुब्बन मियां और उनका परिवार दशहरा में दहन होने वाले रावण के पुतले को बनाता आ रहा है। इनके द्वारा बनाये गए पुतले की लंबाई लगभग 80 फुट के आसपास होती है। इस दशहरा में सुब्बन मियां बीमार हो गए हैं, उनकी जगह पर उनके एक रिश्तेदार इन्तेजार खान इस बार 80 फीट ऊँचा रावण बना रहे हैं, जो दशहरा के दिन जलाया जाएगा। जौनपुर मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर शाहगंज में बन रहा 80 फ़ीट के रावण का पुतला आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जिस तरह से यह पुतला चर्चा का विषय बना हुआ है वैसी ही कहानी उस पुतले को बनाने वाली परिवार की भी है। यहां के रामलीला की शरुआत 160 साल पहले हुई थी। तब से लेकर आज तक रावण के पुतले सहित राजा दशरथ का दीवान,अशोक वाटिका, मेघनाथ, सुपर्णखा, जटायु, हिरन आदि का पुतला बनाने का काम एक मुस्लिम परिवार करता चला रहा है। यह परिवार सुब्बन मियां का है। भादी गांव निवासी इस समय बीमार सुब्बन खां बताते हैं कि उनके पहले उनके पिता कौसर खान रावण के पुतले को बनाने का काम करते थे। उनके पिता से पूर्व उनके दादा इस काम को करते थे। लगभग तीन पीढ़ियों से यह सिलसिला चला आ रहा है। वह बताते हैं कि उन्होंने यह कारीगरी देखते देखते सीख ली है। अपने पिता को पुतला बनाते देखते हुए सुब्बन मियां ने भी पुतला बनाना सीख लिया। वह बताते हैं कि उन्होंने बिल्कुल पढ़ाई लिखाई नहीं की है। उनकी आय का साधन यही है। वह बताते हैं कि मोहर्रम में ताजिया बनाते हैं तो वहीं दशहरा के रावण का पुतला भी बनाते हैं। उनका परिवार भी इस काम में उनका सहयोग करता है। वह बताते हैं कि तीन पीढ़ियों से यह सिलसिला चला आ रहा है। इस काम मे कमाई कम रह गयी है, लेकिन ये चीजें कई पीढ़ियों से चली आ रही है ऐसे में वह भी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके 4 बच्चे हैं। वह कहते हैं कि उनके बच्चे पहले इस काम में उनका सहयोग करते थे। लेकिन अब पढ़ाई लिखाई कर अलग अलग काम में वह सभी लग गये हैं। वह बताते हैं कि इस बात के लिए कभी किसी ने उन्हें परेशान नहीं किया। जौनपुर में राजा साहब के पोखरे पर लगने वाला दशहरे का मेला कल ही पूरे विधि विधान के साथ संपन्न होगा और कल ही राजा साहब की हवेली में दशहरा के उपलक्ष में विद्वानों की मौजूदगी में शस्त्र पूजन का भी आयोजन किया गया है।सं प्रदीपवार्ता