राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Apr 6 2025 11:44PM दमोह में कथित फर्जी डॉक्टर के मामले में आयोग करेगा जांचदमोह/भोपाल, 06 अप्रैल (वार्ता) मध्यप्रदेश के दमोह जिला मुख्यालय स्थित एक अस्पताल में कथित तौर हृदय के नकली डॉक्टर द्वारा आधा दर्जन से अधिक ऑपरेशन करने और इसकी वजह से कुछ की मृत्यु का मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने इसकी जांच कराने का निर्णय लिया है। आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने इस संबंध में रविवार को मीडिया को जारी एक संदेश में कहा कि दमोह में स्थित एक मिशनरी के अस्पताल के संबंध में शिकायत प्राप्त हुयी है। शिकायत में कहा गया है कि अस्पताल के एक नकली डॉक्टर ने हृदय रोग संबंधी सर्जरी करके कई लोगों की जान ले ली है। शिकायत के अनुसार अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकार से चिकित्सा सुविधाओं के एवज में पैसा भी ले रहा है। उन्होंने कहा कि ये गंभीर प्रकृति की शिकायत है और आयोग इसमें संज्ञान ले रहा है। आगे कार्रवाई भी की जाएगी। इस बीच मिशन अस्पताल के इस कथित डॉक्टर का वास्तविक नाम नरेंद्र यादव बताया गया है। वह ब्रिटेन के एक डॉक्टर एनजोन केम के नाम से मिशन अस्पताल में कार्यरत था। उसने कथित तौर पर दिसंबर 2024 से फरवरी माह के बीच आधा दर्जन से अधिक लोगों के हृदय की सर्जरी कीं और सभी मरीजों की मृत्यु की सूचना है। हालाकि इस संबंध में प्रशासनिक स्तर पर जांच की जा रही है और फिलहाल दो लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुयी है। एक और मरीज की सर्जरी की तैयारी थी, लेकिन उसके परिजन उसे इलाज के लिए जबलपुर ले गए और वह दवाओं से ही ठीक हो गया। इसके बाद इस कथित डॉक्टर की करतूत लोगों के पास से होते हुए प्रशासन तक पहुंची। अब वह फरार बताया जा रहा है। इस संबंध में दमोह की एक स्वायत्त संस्था बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दीपक तिवारी ने मीडिया को बताया कि एक मरीज इस कथित डॉक्टर के झांसे में आने से बच गया। इसके बाद इस मरीज के परिजनों ने हमसे संपर्क किया। नरेंद्र यादव नाम का कथित डॉक्टर इस प्रकरण में भी ऑपरेशन करने तैयार था। वह लंदन के डॉक्टर एनजोम केम के नाम पर इलाज करता था। उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति द्वारा ढाई माह में एक दर्जन से अधिक ऑपरेशन करने की बात कही जा रही है। इसकी शिकायत कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग को करायी गयी। इसकी जांच प्रशासन द्वारा करायी गयी और संभवत: इसकी रिपोर्ट कलेक्टर तक पहुंच गयी है। इस बीच प्रशासन ने इस कथित डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन के मामले में दो लोगों की मौत की पुष्टि की है। मृतकों के नाम मंगल सिंह और रहीसा बेगम बताए गए हैं। शिकायत में कहा गया है कि इस कथित डॉक्टर के खिलाफ हैदराबाद में एक आपराधिक मामला दर्ज होने की बात सामने आयी है। वह जहां जहां भी गया, असली डिग्रियां नहीं दिखाता था। उसके सारे दस्तावेज फर्जी हैं। वह किसी शहर में ज्यादा समय भी नहीं टिक पाता था। उसके संबंध में मिशन अस्पताल ने नौकरी पर रखते समय जानकारी जिले के स्वास्थ्य विभाग को भी नहीं दी। प्रशासन स्थानीय स्तर पर करायी गयी जांच के बाद प्राप्त रिपोर्ट के संबंध में जबलपुर मेडिकल कॉलेज से भी परामर्श कर रहा है। इस बीच बताया गया है कि जिन मरीजों की मृत्यु की बात की जा रही है, उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं है। वहीं माना जा रहा है कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का दल शीघ्र ही दमोह पहुंचकर इसकी जांच कर सकता है। प्रशांतवार्ता