नयी दिल्ली, 04 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर युवा प्रोफशनल्स को पार्टी से जोड़ने के लिए ‘डॉ. मनमोहन सिंह फेलो कार्यक्रम’ शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा है कि इस कार्यक्रम के जरिये हर साल 50 प्रोफेसनल्स को राजनीति में लाया जाएगा।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा, पार्टी के झारखंड के प्रभारी तथा अनुसूचित जाति,जनजाति, अल्पसंख्या विभाग के प्रमुख के राजू तथा प्रोफेशनल कांग्रेस के चेयरमैन प्रवीण चक्रवर्ती ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि डॉ. सिंह के नाम पर ‘फेलो कार्यक्रम’ शुरू किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत हर साल राजनीति में आने के इच्छुक उन 50 मिड करियर प्रोफेशनल्स को शामिल किया जाएगा जो समर्पित होकर राजनीति में आकर समाज की बेहतरी के लिए अपने ज्ञान का योगदान देना चाहते हैं। इस मंच से उन्हें फेलो बनकर राजनीति में आने का एक स्पष्ट मार्ग मिलेगा
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इसके तहत हर साल 50 ऐसे लोग चुने जाएंगे, जो मिड करियर प्रोफेशनल्स हैं और राजनीति के जरिये समाज में अपना योगदान देना चाहते हैं। इस कार्यक्रम को पार्टी के वे प्रोफेशनल्स मेंटोर करेंगे, जो यहां नेतृत्व दे रहे हैं। इस माध्यम से राजनीति की तरफ एक नया अप्रोच देखने को मिलेगा और हमें एक दूसरे से सीखने का मौका मिलेगा।
श्री खेड़ा ने कहा “यह प्लेटफॉर्म ऐसे प्रोफेशनल्स के लिए है, जो भारत के संविधान और हमारे मूल्यों पर विश्वास रखते हैं। इस प्लेटफॉर्म के जरिये वे अपना हुनर राजनीति में लाएं और इसे बेहतर बनाएं। अगर हम देश में ऐसे लोगों की बात करें, जो पहले प्रोफेशनल रहे और फिर पॉलिटिक्स में आए, तो डॉ. मनमोहन सिंह जी का नाम बहुत ऊपर आएगा। वहीं अगर हम इतिहास देखें तो मोती लाल नेहरू जी से लेकर महात्मा गांधी और सरदार पटेल तक, आजादी के आंदोलन में भी सारे अग्रणी नाम पहले प्रोफेशनल थे। प्रोफेशनल्स को प्लेटफॉर्म देने की कांग्रेस में पुरानी परंपरा रही है, जो आजादी के बाद भी चलती रही। इस माध्यम से कांग्रेस ने समाज से सर्वोत्तम लोगों को लिया और उनके जरिए देश को एक अच्छा नेतृत्व दिया।”
श्री चक्रवर्ती ने कहा ‘‘भारत और दुनिया भर में इस समय बहुत कुछ हो रहा है लेकिन हम हिंदू-मुस्लिम कानूनों पर बहस कर रहे हैं, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली सरकार एक नयी विश्व आर्थिक व्यवस्था की शुरुआत कर रहा है। श्री ट्रंप ने भारत सहित कई देशों पर बड़े टैरिफ की घोषणा की है और भारत जैसे देशों पर बहुत कठोर शर्तें लगाई जा सकती है जो आर्थिक विकास के लिए व्यापार पर बहुत अधिक निर्भर हैं। यदि हम उचित तरीके से जवाब नहीं देते हैं, तो टैरिफ के कारण बहुत अधिक नौकरियां जा सकती हैं और अत्यधिक बेरोजगारी हो सकती है।
उन्होंने कहा “इस महत्वपूर्ण मोड़ पर डॉ. मनमोहन सिंह जैसे नेता की कमी खल रही है, जो हमें इस स्थिति से बाहर लाने के लिए सलाह और मार्गदर्शन दे सकते हैं। डॉ. सिंह क्या करते थे यह एक ऐसा सवाल है भारतीय राजनेता और नीति निर्माता बराबर पूछ रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य यह है कि अब हमारे पास इन सवालों का जवाब देने के लिए डॉ. सिंह नहीं हैं। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद डॉ. सिंह से पूछा गया कि भू-राजनीतिक संकट से अपनी अर्थव्यवस्था को कैसे बचा सकता है। डॉ. सिंह ने इन मुद्दों पर विचार करने और समाधान खोजने के लिए युवा पेशेवरों का एक समूह बनाने का सुझाव दिया था। हम युवा पेशेवरों को हमारे देश का नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाकर उनकी एक इच्छा पूरी कर सकते हैं। इसे हासिल करने के लिए, हम डॉ. मनमोहन सिंह फेलो कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं।”
श्री राजू ने कहा, “मेरी राय में, डॉ. मनमोहन सिंह फेलो कार्यक्रम एक ऐसी ज़रूरत को पूरा करता है जिसे कांग्रेस में हममें से कई लोग लंबे समय से महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले, मैंने पार्टी नेता सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद में काम करते हुए मैं बड़ी संख्या में पेशेवरों, शिक्षाविदों और कार्यकर्ताओं के संपर्क में आया, जिन्होंने महसूस किया कि कांग्रेस जैसी राजनीतिक पार्टी समाज में बदलाव लाने का एक मंच है। पिछले बारह वर्षों में कई प्रोफेशनल ने राजनीति में आने की इच्छा जताई हैं और राजनीति में आगे बढ़कर समाज में बदलाव लाने के लिए अपनी पेशेवर क्षमताओं का उपयोग करना चाहते हैं। कई पेशेवरों ने मुझसे मिलकर पूछा कि वे राजनीति में कैसे आ सकते हैं और कैसे बदलाव ला सकते हैं। मुझे लगा कि इसे सुविधाजनक बनाने के लिए पार्टी के भीतर एक संरचनात्मक तंत्र होना चाहिए और आज, डॉ. मनमोहन सिंह फेलो कार्यक्रम के माध्यम से वह ज़रूरत पूरी हो रही है।
अभिनव, यामिनी
वार्ता