भारतPosted at: Apr 18 2024 8:47PM ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित दो महिलाओं की रोबोटिक सर्जरी
नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (वार्ता) राजधानी के एक निजी अस्पताल में एडवांस स्टेज ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित दो महिलाओं का रोबोटिक की मदद से सफल उपचार करने में चिकित्सक कामयाब रहे हैं।
सी के बिड़ला हॉस्पिटल, दिल्ली के सर्जिकल ओंकोलाॅजी विभाग के निदेशक डॉ मनदीप सिंह मल्होत्रा ने यहां पत्रकारों को बताया कि इनमें से एक 27 वर्षीय एक महिला को प्रसव के कुछ ही महीनों बाद स्तन में गांठ का अनुभव हुआ और उसे नजरअंदाज करने से कैंसर बढ़कर काफी आगे बढ़ गया था। पीड़ित महिला को कीमोथेरेपी दी गयी, जिसका उन पर अच्छा असर हुआ। इसके बाद बिना किसी जटिलता के रोबोट की मदद से ब्रेस्ट को बचाते हुये सर्जरी की गयी। सर्जरी के बाद मरीज को तेजी से स्वास्थ्य लाभ हुआ।
उन्होंने बताया कि रोबोट की मदद से की गयी इस सर्जरी के बाद पीड़ित महिला के स्तन मूल स्तनों की भांति बरकरार रहे।
डॉ मल्होत्रा ने बताया कि दूसरे मामले में लगभग 60 साल की महिला को शुरुआती स्टेज
का ब्रेस्ट कैंसर का पता चला, हालांकि वह मल्टीफोकल कैंसर था। महिला अपने स्तनों को हटाये जाने की आशंका से परेशान थी। उनकी रोबोट की मदद से तत्काल सर्जरी की गयी। रोबोटिक आर्म की मदद से कैंसरग्रस्त टिश्यू को निकाला गया। इसके साथ ही पीठ से निकाले गये टिश्यू की मदद से रीकंस्ट्रक्शन भी किया गया। ये दोनों प्रक्रियायें सिंगल लेटरल मेमरी इंसाइजन से ही पूरी की गयी। इस सर्जरी के बाद मरीज स्वास्थ्य लाभ कर रही है और स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन जी रही हैं।
उन्होंने बताया कि यह दुर्लभ किस्म की सर्जरी जिसे रोबोट एसिस्टेड फंक्शनल ब्रेस्ट प्रीजर्वेशन सर्जरी कहा जाता है। इसमें लैटिसिमस फ्लैप रीकंस्ट्रक्शन का इस्तेमाल किया गया। इस सर्जरी में अधिक सटीक विजुलाइजेशन का लाभ मिलता है ओर चीरों का साइज भी काफी कम होता है। इस सर्जरी में रोबोट टिश्यू को हटा देता है ओर ब्रेस्ट स्किन और निप्पल का बचाव होता है और ब्रेस्ट सेंसेशन को भी सुरक्षित रखा जाता है।
उल्लेखनीय है कि देश में महिलाओं को होने वाले कैंसर में 14 प्रतिशत मामले स्तन कैंसर
के पाये जाते हैं।
श्रवण.मनोहर
वार्ता