देवरिया,06 अप्रैल(वार्ता) भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) संगठन के जिला प्रभारी संतराज यादव ने आज यहाँ कहा कि भाजपा की सफलता के पीछे संघर्षों की लम्बी महान गाथा है और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जो संकल्प लिया था। आज वो सभी सकंल्प पूरे हुए हैं।
रविवार को भाजपा जिला कार्यालय पर पार्टी का 45 वां स्थापना दिवस मनाते हुए श्री यादव ने कहा कि भाजपा की सफलता के पीछे संघर्षों की महान गाथा है, हम सौभाग्यशाली हैं कि हम सब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं हमने जो संकल्प लिया था आज वो सभी संकल्प पूरे हुए हैं। चाहे वो धारा 370 हो, अयोध्या में प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर हो, बाबा काशी विश्वनाथ का कारीडोर हो, मां विंध्यवासिनी कारीडोर हो, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के तहत पूरे देश को जोड़ने का कार्य हो, भारतमाला परियोजना हो या विकास के अन्य कार्य हों। आज समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ हम कार्य कर रहे हैं ।
रुद्रपुर से विधायक व पूर्व मंत्री जयप्रकाश निषाद ने कहा कि अखिल भारतीय जनसंघ की विचारधारा “एकात्म मानववाद” सर्वप्रथम 1965 में दीनदयाल उपाध्याय ने दिया था । हमारा मातृ संगठन जनसंघ हिन्दुत्व के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करता है और नीतियां ऐतिहासिक रूप से हिन्दू राष्ट्रवाद की पक्षधर रही है। इसकी विदेश नीति राष्ट्रवादी सिद्धांतों पर केन्द्रित है।
पार्टी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए पूर्व विधायक डा.सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जिसका नाम पहले भारतीय जनसंघ था। जिसकी स्थापना 1951मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी तथा इसका चुनाव चिह्न दीपक था। पार्टी लंबे समय तक संघर्षों के दम पर आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।
पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कुमार दुबे ने कहा कि 1952 के संसदीय चुनाव में पार्टी ने 3 सीटें प्राप्त की थी। जिसमे डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी शामिल थे। सन 1980 में जनता पार्टी टूट गयी। 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापन हुई। भारतीय जनसंघ के एक गुट ने अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में जनसंघ से अलग होकर समाजवादी और गांधीवादी विचारधारा के नेताओं के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी का गठन किया। आज यह पार्टी जनता की कसौटी पर पूरी तरह से खरी उतरी है।
सं सोनिया
वार्ता