Wednesday, Apr 9 2025 | Time 11:52 Hrs(IST)
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


भर्तियों में धांधली, लेटलतीफी भाजपा सरकार का तय नियम : हुड्डा

चंडीगढ़, 06 अप्रैल (वार्ता) हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को आरोप लगाया कि भर्तियों के नाम पर धांधली और लेटलतीफी राज्य की भाजपा सरकार का तय नियम बन गया है।
श्री हुड्डा ने यहाँ जारी बयान में कहा कि इसी कारण पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने हाल में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। उन्होंने कहा कि टीजीटी भर्ती मामले में सरकार को आईना दिखाते हुए उच्च न्यायालय ने स्पष्ट तौर पर एग्जामिनर्स की योग्यता पर सवालिया निशान खड़ा किया।श्री हुड्डा ने कहा कि इससे पहले भी कई बार भर्तियों धांधलियों को लेकर कोर्ट सरकार को जुर्माना और फटकार लगा चुकी है। ये वही सरकार है जिसके द्वारा अनगिनत पेपर लीक और भर्ती घोटाले सामने आ चुके हैं और बाकायदा हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन में बैठे अधिकारी से करोड़ों रुपए की बरामद की हुई थी और कर्मचारी चयन आयोग में बैठे लोग नौकरियों को बेचते हुए पकड़े गए थे। बावजूद इसके किसी भी मामले में सरकार की जांच निर्णायक सिरे तक नहीं पहुंची।
काँग्रेस नेता ने कहा कि भर्तियों के नाम पर गड़बड़झाला करने वाले उच्च पदों पर बैठे लोगों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे स्पष्ट है कि सरकार खुद भर्तियों को लटकाने, उनमें धांधली करने और घोटालेबाजों को संरक्षण देने में लगी है।श्री हुड्डा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने तीसरी बार सत्ता हथियाने के बाद एक बार फिर बेरोजगार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ शुरू कर दिया है और इतने महीने बाद भी अब तक ग्रुप सी और डी पदों की भर्ती के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट की कोई तैयारी नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि अबतक सरकार ने ना टेस्ट की कोई तारीख तय की है और ना ही एजेंसी। इतना ही नहीं सीईटी पास युवाओं को 9000 रुपये महीना देने का वादा करके सत्ता में आई भाजपा का ये वादा भी झूठा साबित हुआ। उन्होंने कहा कि बजट में कहीं भी सीईटी पास युवाओं को 9000 रुपये मासिक देना का जिक्र तक नहीं है।उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कार्यकाल के दौरान भी भाजपा द्वारा यही खेल खेला गया था। सरकार ने पूरे 5 साल तक जानबूझकर भर्तियों को लटकाए रखा था। और फिर युवाओं को चुनाव में ब्लैकमेल करते हुए कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो ही उनकी भर्तियों का रिजल्ट जारी होगा। डर के मारे बेरोजगार युवाओं ने भाजपा को वोट दिया लेकिन सत्ता में आते ही सरकार ने फिर भर्तियों को लटकाने के हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए।
महेश.संजय
वार्ता