नयी दिल्ली 31 मार्च (वार्ता) दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने मांस की दुकानों के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा है और कहा है कि विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी आप के नेता बहुसंख्यक समाज की भावनाओं का सम्मान करने को तैयार नहीं हैं और जानबूझकर नवरात्रि के पवित्र समय पर मीट- मुर्गे पर बहस कर एक वर्ग विशेष को खुश करने में लगे हैं।
श्री कपूर ने सोमवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि "आप" नेता सुश्री प्रियंका कक्कड़ को अपने कुतर्क रखने से पहले जानना चाहिए कि मीट की दुकानों पर मालिक नाम लिखवाने का कारण छुआछूत नहीं, बल्कि यह स्पष्ट करवाना है कि मांस किस पद्धति से कट रहा है, क्योंकि मुस्लिम दुकादार हलाल पद्धति से कटा मांस बेचते है, जिसे अधिकांश हिन्दू या सिख नहीं खाते हैं।
उन्होंने कहा कि मांस दुकान के विषय पर बहस कर रहे "आप" नेता पहले अपनी ही पार्टी के पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से पूछे कि आखिर क्यों पूरे पंजाब में मांस की दुकानों पर झटका या हलाल मीट शॉप के साथ ही दुकान के मालिक का नाम भी लिखवाया जाता है ?
उन्होंने कहा कि काश पंजाब जैसे राज्य में शासन कर रही पार्टी के नेता बोलने से पहले इतना ज्ञान रखते कि जो सिख और हिन्दू मांस खाते हैं, वह केवल झटका मांस खाते हैं जबकि मुस्लिम दुकाने हलाल मीट बेचती है, इसलिए यह आस्था से भी जुड़ा मामला है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मांस खाना और ना खाना तथा कैसा खाना यह सब किसी व्यक्ति की निजी के साथ साथ धार्मिक आस्था से जुड़ी है और ऐसे में मांस बेचने का लाइसेंस देने वाले नगर निगम का यह दायित्व है कि वह सुनिश्चित करें कि मांस किस पद्धति से काटा गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा पर ऊंगली उठाने की बजाय बेहतर होगा की वह के.एफ.सी. या मैकडोनाल्ड जा कर देखें कि वहां स्पष्ट लिखकर बताया जाता है वह कौन सा मांस बेच रहे हैं।
संतोष अशोक
वार्ता