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राजस्थान में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में करीब 58 प्रतिशत मतदाताओं ने किया मतदान

राजस्थान में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में करीब 58 प्रतिशत मतदाताओं ने किया मतदान

जयपुर, 19 अप्रैल (वार्ता ) राजस्थान में लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में प्रदेश की 12 सीटों पर हुए चुनाव में शुक्रवार को लगभग 58 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि इन क्षेत्रों में 57.87 प्रतिशत मतदान होना अनुमानित है। इनमें 0.61 प्रतिशत पोस्टल बैलट मतदान शामिल है। फॉर्म 17ए की जांच के बाद शनिवार तक ही अंतिम मतदान प्रतिशत के आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में वर्ष 2019 में 63.71 प्रतिशत मतदान हुआ था।

उन्होंने बताया कि शाम छह बजे तक भी कई स्थानों पर मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी थीं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से मतदाता बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचने लगे। दिनभर मतदान केंद्रों पर हंसते-मुस्कराते, उत्साह से लबरेज मतदाताओं का तांता लगा रहा।

उन्होंने बताया कि गंगानगर में 65.64 प्रतिशत, बीकानेर में 53.96 चूरू में 62.98, झुंझुनूं में 51.62, सीकर में 57.28, जयपुर ग्रामीण में 56.58, जयपुर में 62.87, अलवर में 59.79, भरतपुर में 52.69, करौली-धौलपुर में 49.29, दौसा में 55.21 एवं नागौर में 56.89 प्रतिशत मतदान हुआ।

उन्होंने बताया कि लोकसभा आम चुनाव- 2024 के प्रथम चरण के तहत प्रदेश के गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शुक्रवार को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान संपन्न हुआ। इन निर्वाचन क्षेत्रों के 24,370 मतदान केंद्रों पर नव विवाहित जोड़ों, दिव्यांग, थर्ड जेंडर, आदिवासियों, वृद्धों और युवाओं सहित सभी मतदाताओं ने मतदान में उत्साहपूर्वक भागीदारी की।

श्री गुप्ता ने बताया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधु के नेतृत्व में बेहतर कार्य योजना, तकनीकी नवाचारों और गहन मॉनिटरिंग के फलस्वरूप मतदान निर्बाध और सुचारू ढंग से सम्पन्न हुआ।

उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुगम और समावेशी चुनाव सम्पन्न करवाने के लिए पड़ोसी राज्यों के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों सहित विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के साथ व्यापक और नियमित रूप से स्थिति एवं चुनाव सम्बंधी तैयारियों की समीक्षा की थी।

उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों के 12 हजार 680 मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेब कास्टिंग कराई गई। रिटर्निंग अधिकारी, जिला एवं राज्य स्तर पर और भारत निर्वाचन आयोग के स्तर पर वेब कास्टिंग की मॉनटरिंग की गई। संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय पुलिस बल और माइक्रो ऑब्जर्वर लगाए गए। सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रैम्प, पीने के पानी, छाया, व्हीलचेयर और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए वाहन सहित अन्य व्यवस्थाएं की गईं। साथ ही, मतदाताओं की सहायता के लिए हर मतदान केन्द्र पर वॉलन्टियर्स तैनात किए गए।

श्री गुप्ता ने बताया कि 85 वर्ष एवं अधिक आयु के वृद्धजन और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए आयोग की ओर से होम वोटिंग की सुविधा प्रदान की गई थी। इन 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 36,557 (85 वर्ष से अधिक आयु के 27,443 एवं 9,114 दिव्यांग) मतदाताओं ने फॉर्म 12-डी भर कर घर से ही मतदान की सुविधा का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। इनमें से 36,139 जीवित मतदाताओं में से कुल 35,526 (85 वर्ष से अधिक आयु के 26,570 एवं 8,956 दिव्यांग) मतदाताओं ने मतदान किया। इस तरह करीब 98.30 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने इस सुविधा का लाभ लिया। आवश्यक सेवाओं से जुड़े 1,814 मतदाताओं ने फॉर्म 12-डी भरा, इनमें से 1,242 मतदाताओं ने पोस्टल बैलट सुविधा के माध्यम से वोट डाला। साथ ही, 1,19,496 मतदान कार्मिकों ने फेसिलिटेशन सेंटर्स पर पोस्टल बैलट से मतदान किया।

भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर लोकतंत्र के उत्सव में युवाओं, महिलाओं और दिव्यांगों की भागीदारी के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से 768 मतदान केंद्र युवा एवं इतने ही महिला और 96 दिव्यांग प्रबन्धित मतदान केन्द्र बनाए गए।

उन्होंने बताया कि इन 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 18-19 वर्ष आयु वर्ग के 7,98,520 मतदाताओं ने मतदान के लिए पंजीकरण कराया था। इन मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए मतदान केंद्रों पर सेल्फी बूथ बनाए गए थे। साथ ही, ‘स्याही लगी अंगुली’ दिखाने पर विभिन्न उत्पादों और सेवाओं की खरीद पर डिस्काउंट तथा कई मतदान केंद्रों पर प्रथम मतदाताओं स्क्रैच कार्ड के माध्यम से उपहार दिए गए। पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को सर्टिफिकेट भी दिए गए। मतदान करने के बाद सेल्फी बूथ पर सेल्फी लेकर सीईओ राजस्थान की वेबसाइट पर अपलोड करने पर डिजिटल सर्टिफिकेट दिया गया।

श्री गुप्ता ने बताया कि चुनाव में धन-बल का दुरुपयोग रोकने के लिए प्रदेशभर में गत एक मार्च से अब तक 875.73 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स सहित अन्य अवैध सामग्री जब्ती की गई है। लोकसभा आम चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के बाद से अब तक 777.59 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी सहित अन्य अवैध सामग्री जब्त की गई है।

उन्होंने बताया कि सी-विजिल एप प्रदेशभर में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की 5,084 शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें से सही पाई गई सभी 2,600 शिकायतों का तय समय में निस्तारण कर दिया गया।

जोरा

वार्ता

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