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दो बार गलती से उधर चले गए, अब कभी नहीं जाएंगे : नीतीश

 दो बार गलती से उधर चले गए, अब कभी नहीं जाएंगे : नीतीश

पटना/कटिहार 16 अक्टूबर (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ टिके रहने की प्रतिबद्धता दुहराते हुए कहा कि दो बार गलती से उधर (महागठबंधन) चले गए थे लेकिन अब यह गलती फिर कभी नहीं करेंगे।

श्री कुमार ने बुधवार को कटिहार जिला में बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर पंचायत स्थित भगवती मंदिर इंटर महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में 405.53 करोड़ रुपये की लागत से अलग-अलग विभागों की 183 विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कहा, "दो बार गलती से हमलोग उधर चले गये लेकिन अब यह गलती कभी दोबारा नहीं करेंगे। हमलोग पूरी मजबूती के साथ एकजुट रहकर बिहार की तरक्की और जनता की भलाई के लिए काम करते रहेंगे।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 400 करोड़ रुपये से अधिक की कुल 183 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया है। इससे लोगों को काफी फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह अनेक बार कटिहार जिले में जगह-जगह जाकर लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनते रहे हैं और उसका तत्काल निदान करने की दिशा में काम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हैं। 06 दिसंबर 2022 को मनिहारी अनुमंडल के देवड़ा घाट को गंगा नदी के कटाव से हुए नुकसान को वह देखने आए थे। 05 जनवरी 2023 को समाधान यात्रा के क्रम में वह यहां आकर लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत हुए थे। उस समय तक कोसी और गंगा नदी के कटाव से विस्थापित हुए परिवारों को आवासीय भूमि उपलब्ध कराने के लिए जमीन चिन्हित नहीं की गई थी लेकिन आज इस कार्यक्रम के माध्यम से विस्थापित एवं भूमिहीन गरीब परिवारों को आवासीय भूमि का बंदोबस्ती का पर्चा प्रदान कर उन्हें बेहद सुखद अनुभूति हो रही है।

श्री कुमार ने कहा कि इस वर्ष के अगस्त में भी आई बाढ़ से भी काफी लोग प्रभावित हुए, इन्हें सरकार की तरफ से हरसंभव मदद पहुंचाई गई। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सामुदायिक रसोई, पशुओं के लिए चारा का प्रबंध किया गया। वर्ष 2005 से जब उन्हें काम करने का मौका मिला तब से वह आपदा प्रभावित इलाकों में लोगों को मदद पहुंचाने का काम कर रहे हैं। आपदा से जो भी नुकसान होता है उसका आकलन कराकर हर प्रकार की सहायता लोगों को दी जाती है। प्रारंभ से ही वह कहते रहे हैं कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है।

सूरज शिवा

जारी (वार्ता)

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