नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (वार्ता) भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और मॉरीशस के विदेश मंत्री धनंजय रामफुल शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी के निगम बोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
डॉ. सिंह की अंतिम विदाई में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू, भाजपा अध्यक्ष तथा केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ ही कई केंद्रीय मंत्री, राजनयिक तथा अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए।
भूटान नरेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह सहित वरिष्ठ भाजपा मंत्रियों के साथ अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
पोर्ट लुइस में मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने भारतीय उच्चायोग में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की याद में शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। सम्मान के तौर पर मॉरीशस सरकार ने आज सभी राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहने का निर्देश दिया है।
इससे पहले शुक्रवार को भूटान नरेश और महारानी ने डॉ. सिंह की याद में एक विशेष प्रार्थना समारोह आयोजित किया। भूटान नरेश और महारानी ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री की याद में करमी तोंगचोएड या एक हजार मक्खन के दीये चढ़ाए। प्रार्थना समारोह में भूटान के प्रधानमंत्री, भारतीय राजदूत और शाही सरकार तथा भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। इसी तरह के प्रार्थना समारोह सभी 20 ज़ोंगखाग में भी आयोजित किए गए।
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में तथा भारत सरकार और लोगों के साथ एकजुटता के प्रतीक के रूप में पूरे भूटान में तथा विदेशों में भूटान के दूतावासों, मिशनों और वाणिज्य दूतावासों में सभी राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री सिंह का 26 दिसंबर को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया था। वह 92 वर्ष के थे।
उप्रेती अशोक
वार्ता