नयी दिल्ली 01 जनवरी (वार्ता) राष्ट्रीय राजधानी को यातायात और प्रदूषण की समस्या से निजात दिलवाने के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की है और उन्हें चार नयी परियोजनाओं को लेकर पत्र सौंपा है।
भाजपा सांसदों के इस प्रतिनिधिमंडल में सर्वश्री मनोज तिवारी, रामवीर सिंह बिधूड़ी, योगेंद्र चंदोलिया, प्रवीण खंडेलवाल, श्रीमती कमलजीत सहरावत और सुश्री बांसुरी स्वराज शामिल थीं। इस संबंध में भाजपा सांसदों ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुये कहा कि राजधानी के जानलेवा प्रदूषण तथा बढ़ती भीड़भाड़ और जाम को कम करने में ये चार परियोजनाएं मील का पत्थर साबित होंगी। इससे दिल्लीवालों को आवागमन में आसान होगा और बाहर से आने वाले वाहनों पर अंकुश लग सकेगा।
इस बारे में पार्टी की ओर से बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान नयी दिल्ली नगर निगम के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल और दिल्ली प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और श्री गडकरी के नेतृत्व में देश में पिछले 10 वर्ष में 55 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार है और शीघ्र ही इसे वाहनों के लिये खोला जायेगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे (जोकि 1250 किमी लंबा है) वह भी तैयार किया जा रहा है, जिससे 36 घंटे की बजाय 12 घंटे में ही मुंबई पहुंचना संभव हो जायेगा। इसके अतिरिक्त दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पहले ही चालू हो चुका है, जिसका उद्घाटन श्री मोदी ने किया था। इसी की तर्ज पर चार परियोजनाओं का सुझाव दिया गया है।
श्री मल्होत्रा ने बताया कि दिल्ली हवाई से शिवमूर्ति पहुंचने के बाद जाम लगने के कारण शहर आने में एक-एक घंटा लग जानता है, इसलिये शिवमूर्ति से नेल्सन मंडेला मार्ग तक टनल बनाने का सुझाव दिया गया है। इससे यह रास्ता सिर्फ 7-8 मिनट में तय हो जायेगा।
वहीं, दूसरी परियोजना दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस वे को कुंडली - मानसर - पलवल यानी केएमपी एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का है। इससे कटरा-अमृतसर की ओर से आने वाले लोगों को दिल्ली आने की बजाय सीधे हवाई अड्डा और गुरुग्राम जाने का रास्ता मिल जायेगा।
उन्होंने कहा कि तीसरा परियोजना दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे से दिल्ली आकर उत्तर प्रदेश और नोएडा की तरफ जाने वालों के लिये दिया गया है, ताकि ये सारा यातायात दिल्ली में प्रवेश न करे। इस प्रस्ताव में यूईआर-2 को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे से जोड़ना है। इससे भी वाहनों को दिल्ली आने की बजाय गाजियाबाद से ही वैकल्पिक रास्ता मिल जायेगा।
वहीं, चौथी परियोजना यूईआर-2 के एक्सटेंशन के रूप में है, जिसमें अलीपुर के निकट यूईआर-2 का एक्सटेंशन करके
उसे ट्रोनिका सिटी के निकट दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाये, ताकि वे वाहन भी दिल्ली मे प्रवेश न करें जिन्हें उत्तर प्रदेश जाना है।
उन्होंने बताया कि श्री गडकरी ने आश्वासन दिया है कि मंत्रालय इन प्रस्तावों पर विचार करेगा और इस बारे में शीघ्र उचित फैसला लेगा।
संतोष.श्रवण
वार्ता