नयी दिल्ली 19 दिसंबर (वार्ता) बीएलएस ई-सर्विसेज ने महिला सशक्तिकरण का समर्थन करते हुये महिला उद्यमियों सशक्त बना रही है।
कंपनी ने आज यहां कहा कि 20 प्रतिशत से ज़्यादा बीएलएस आउटलेट्स का नेतृत्व महिला उद्यमी कर रही हैं जबकि राष्ट्रीय औसत 14 प्रतिशत है। वर्ष 2024 समाप्त होने जा रहा है और इस वर्ष में वित्तीय समावेशन और लैंगिक समानता की प्रगति प्रेरणादायक रही है। पूरे भारत में आर्थिक परिवर्तन को बढ़ावा देने और आवश्यक वित्तीय सेवाओं तक पहुँच सुनिश्चित करने में महिलाओं ने अधिक नेतृत्वकारी भूमिकाएँ निभाई हैं। ये पहल महत्वपूर्ण हैं, खासकर ग्रामीण और सेवाओं से वंचित क्षेत्रों में रहने वालों के लिए जहाँ वित्तीय सेवाओं तक पहुँच अपेक्षाकृत सीमित है।
सबसे प्रभावशाली बीसी सखी कार्यक्रम रहा है, जिसने महिलाओं को भारत के वित्तीय परिदृश्य में सबसे बड़ी योगदानकर्ता बनने का अधिकार दिया है। अकेले उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े चार वर्षों में करीब 40,000 बीसी सखियों ने 27,000 करोड़ रुपये के लेन-देन को सक्षम बनाया है। उन्होंने 75 करोड़ रुपये का कमीशन कमाया है, जबकि सभी परिवारों को आवश्यक वित्तीय सेवाओं तक पहुँच सक्षम की है। यह एक गेम-चेंजर है क्योंकि उन क्षेत्रों में भी बहुत ज़रूरी बैंकिंग सेवाएँ उपलब्ध हो सकी हैं जहाँ कोई प्रत्यक्ष बैंक शाखा मौजूद नहीं है।
शेखर
वार्ता