तिरुमाला, 12 अक्टूबर (वार्ता) आंध्र प्रदेश में रुमाला में शनिवार को स्वामी पुष्करिणी में सुदर्शन चक्रत्तलवार को भव्य तरीके से पवित्र चक्रस्नान किया गया।
श्रीवारी वार्षिक ब्रह्मोत्सव के अंतिम दिन शनिवार को श्रीवरु के मानवरूपी स्वरूप को पवित्र स्नान कराया गया। इस मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए और पुष्करिणी में पवित्र स्नान किया। इससे पहले तड़के तीन से प्रांत छह बजे तक श्री वराह स्वामी मंदिर के मुख मंडपम में पल्लकी उत्सव का आयोजन किया गया। बाद में श्री मलयप्पा स्वामी, श्रीदेवी और भूदेवी के साथ-साथ श्री सुदर्शन चक्रत्तलवार के लिए भव्य तरीके से स्नेपना तिरुमंजनम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर आचार्यों ने विश्वक्सेन आराधना, पुण्याहवचनम, मुख प्रक्षालनम (चेहरे की सफाई), धूप निवेदन (धूप अर्पण), छत्र चामरा व्यजना दर्पनादि प्रसाद (छाता और दर्पण के साथ सेवाएं) और राजोपचारम का प्रदर्शन किया।
वहीं, अर्घ्यपद निवेदन के एक भाग के रूप में दूध, शहद, नारियल पानी, हल्दी और चंदन से स्नान कराया गया।
इस अवसर पर टीटीडी वेद पुरोहितों ने अभिषेक के दौरान उपनिषद मंत्रों, दशाशांति मंत्रों और पंचसूक्त मंत्रों जैसे पुरुष सूक्तम, श्री सूक्तम, भू सूक्तम, नीला सूक्तम, विष्णु सूक्तम और दिव्य प्रबंध से संबंधित वेदों का पाठ किया।
अभिषेक के बाद, तिरुमाला के पुजारी श्री श्री श्री पेद्दा जीयर स्वामी और श्री श्री श्री चिन्ना जीयर स्वामी की उपस्थिति में विभिन्न पासुरों का जाप किया गया।
दुनिया को सुरक्षित और खुश रखने के लिए सभी अनुष्ठानों के पूरा होने के बाद चक्र स्नान किया गया। चूंकि यह उत्सव एक यज्ञ है, इसलिए यज्ञ में अवभृदा स्नान किया गया।अवभृदा दीक्षांत स्नान अच्छे गुणों की प्राप्ति के लिए यज्ञ करते समय छोटी-छोटी गलतियों के कारण होने वाले बुरे परिणामों से छुटकारा पाने के लिए अंत में किया जाता है।इस मौके पर टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव,अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी सीएच वेंकैया चौधरी, जेईओ गौतमी, वीरब्रह्मम, सीवीएसओ श्रीधर,अन्य गणमान्य व्यक्ति और बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे।
संतोष,आशा
वार्ता