शिमला, 02 नवंबर (वार्ता) हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि एक सरकार नहीं, तीन सरकारों की इस प्रकार की नालायकी पर क्या करें, समझ नहीं आता। बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग के लिए बहुत लोकप्रिय हो रही है। एक तरफ वर्ल्ड कप शुरू हो रहा है और विश्वभर से पैराग्लाइडर पहुंच रहे हैं। दूसरी तरफ दो दिन में दो विदेशी पायलट पैराग्लाइडिंग करते हुए दुर्घटना में मर गए, क्योंकि वहां प्रशिक्षण की आवश्यक व्यवस्था नहीं है।
श्री कुमार ने कहा कि करीब आठ वर्ष पहले उस समय के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण केंद्र भवन की नींव रखी और कहा था कि यह केंद्र दो वर्ष में शुरू हो जाएगा। लेकिन आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रशिक्षण केंद्र शुरू नहीं हो पाया। हालांकि, आठ करोड़ रुपये का भवन तैयार है।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से प्रशिक्षण का कोई प्रबंध नहीं हुआ, लेकिन प्रशिक्षण के बहुत से अवैध स्कूल वहां खुल गए। जहां बिना योग्यता से प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उसके कारण दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि आठ वर्ष पहले जब आठ करोड़ रुपये के भवन का निर्माण शुरू हुआ था तो उसी के साथ विभाग द्वारा नियम बनाने का काम क्यों शुरू नहीं किया गया। भवन बनते ही प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। विश्व भर में पैराग्लाइडिंग बहुत लोकप्रिय हो रही है। बीड़ का नाम विश्व भर में प्रसिद्ध हो रहा है और सरकारें आठ वर्ष से भवन बना कर सोई हुई हैं। उन्होंने वर्तमान सरकार से पूछा है कि तीन सरकारों की यह नालायकी कब समाप्त होगी।
सं.संजय
वार्ता