चेन्नई , 04 नवंबर (वार्ता) केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बंदरगाहों के आधुनिकीकरण और समुद्री संपर्क बढ़ाने के लिये अपने मंत्रालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए सोमवार को कहा कि वैश्विक व्यापार में भारत की भागीदारी बढ़ाने में बंदरगाह परियोजनाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।
श्री सोनाेवाल चेन्नई बंदरगाह पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “ ये परियोजनायें भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और सतत विकास पर हमारे अटूट लक्ष्य को मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण हैं। हम निर्बाध संचालन और हरित पर्यावरण और बंदरगाहों को वैश्विक व्यापार की उभरती मांगों को पूरा करने के लिये तैयार कर रहे हैं, यह सुनिश्चित करते हुये कि वे पर्यावरणीय लक्ष्यों के साथ संरेखित हैं। ”
उन्होंने कहा कि विश्व व्यापार में भारत की भागीदारी बढ़ाने के लक्ष्य हासिल करने में बड़े बंदरगाहों पर अवसंरचना सुविधाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उन्होंने अपने इस दौरे में बंरगाह पर 73.91 करोड़ रुपये की लागत से निर्यात-आयात माल के लिये कुल 18,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र के चार नये गोदामों के निर्माण कार्य के उद्घाटन किया। ये गोदाम कृषि उत्पादों और खाद्यान्न सहित संवेदनशील कार्गो के लिये आवश्यक भंडारण सुविधा प्रदान करेंगे, जिन्हें स्वच्छ और ढके हुये भंडारण की आवश्यकता होती है।
श्री सोनोवाल ने बंदरगाह क्षेत्र में तटवर्ती हिस्से में चार करोड़ रुपये की लागत से विकसित 350 मीटर लंबाई और 12 मीटर चौड़ी कंक्रीट की सड़क का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने 88.91 करोड़ रुपये से विकसित केपीएल में दक्षिणी रेलवे संपर्क सुविधा बढ़ाने वाली दोहरी रेल लाइन का भी उद्घाटन किया। कुल 2.65 किलोमीटर लम्बी इस लाइन दोहरीकरण से इससे निर्यात आयात माल की रेल ढुलाई क्षमता दो गुना हो जायेगी। इसके तहत कोसास्थलाई नदी और बकिंघम नहर पर तीन नये रेल पुलों का निर्माण और मानव रहित क्रॉसिंग को इंटरलॉक्ड क्रॉसिंग में बदलना गया है। इससे बंदरगाह की रेल हैंडलिंग क्षमता को प्रति दिन 22 से 44 रेक तक बढ़ जायेगी।
पत्तन एवं पोत परिवहन मंत्री ने केपीएल में कोयला जहाजों के लिये एक तटीय विद्युत सप्लाई फैसिलिटी का भी उद्घाटन किया, जिसे 20.51 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।
मनोहर.श्रवण
वार्ता