भारतPosted at: Jan 16 2025 4:05PM वास्तविक कौशल वाले पेशेवरों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा: मांडविया

नयी दिल्ली 16 जनवरी (वार्ता) केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि कौशल विकास के दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करने का समय आ गया है और केवल प्रमाणपत्रों की बजाय आवश्यक वास्तविक कौशल वाले पेशेवरों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
श्री मांडविया ने बुधवार देर रात यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार नवाचार को प्रोत्साहन देकर, उत्पादकता में वृद्धि कर और कार्यबल के लिए लोगों को तैयार करके रोजगार सृजित किया जा रहा है। देश में वैश्विक प्रतिभा केंद्र का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उद्योग-अकादमिक जगत के बीच मजबूत संबंधों को प्रोत्साहन देकर भारत की अनूठी जरूरतों के अनुरूप कौशल मॉडल तैयार किया जा सकता है। कौशल विकास को प्रमाणपत्रों से आगे बढ़कर उद्योग और स्वरोजगार क्षेत्रों की मांगों को पूरा करने के लिए लोगों को व्यावहारिक विशेषज्ञता से लैस करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार सचिव सुमिता डावरा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा, विनिर्माण और लॉजिस्टिक्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए कुशल और अनुकूलनीय कार्यबल महत्वपूर्ण है।
सत्या, यामिनी
वार्ता