नयी दिल्ली, 16 जनवरी (वार्ता) कांग्रेस ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की बयान पर आज फिर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि इस तरह का बयान कोई नेता किसी और देश में देता तो उसे अब तक गिरफ्तार कर लिया जाता लेकिन हमारे यहां एक तरह से सरकार ही आरएसएस की है इसलिए श्री भागवत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस संगठन की गतिविधियां देश विरोधी रही है और यही कारण है कि उसने 52 साल तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया और इससे पता चलता है कि इस संगठन में और इसके नेताओं में कितनी राष्ट्रभक्ति है।
श्री बघेल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान को उचित बताया कि यदि ये बात किसी और देश की होती तो मामला दर्ज कर मोहन भागवत को गिरफ्तार कर लिया जाता। राहुल जी का दृष्टिकोण लोकतांत्रिक, समावेशी और न्यायपूर्ण है। इन मूल सिद्धांतों को लेकर कांग्रेस आगे बढ़ रही है और इस रास्ते में रोड़ा अटकाने वालों के खिलाफ श्री गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ता लड़ाई लड़ते रहेंगे। केंद्र के साथ ही कई राज्यों में भाजपा की सरकार है, लेकिन असल मायने में ये आरएसएस की ही सरकार है।
उन्होंने कहा “मोहन भागवत और उनके संगठन के लोग संविधान के बारे में समय- समय पर बयान देते रहे हैं। भाजपा के सांसदों ने भी कहा था कि वे संविधान बदल देंगे जिससे स्पष्ट होता है कि वे संविधान को नहीं मानते हैं। सभी जानते हैं कि आरएसएस को तिरंगा स्वीकार करने में 52 साल लग गए। इसका इतिहास सभी को पता है। जब लाखों भारतीय आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे, तब ये अंग्रेजों के साथ भागीदार बनकर काम कर रहे थे। ये लोग हिटलर- मुसोलिनी को मानने और उनके रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। आरएसएस भाजपा के लोग कांग्रेस के लोगों को देशभक्ति का पाठ न पढ़ाएं। देशभक्ति क्या है- ये हमें न सिखाएं।”
श्री बघेल ने कहा “पूरे देश ने देखा है कि आजादी की लड़ाई में आरएसएस की क्या भूमिका थी और आरएसएस किसके साथ थी। भाजपा सरकार संस्थानों पर कब्ज़ा कर लगातार सामाजिक संरचना और आर्थिक नींव को कमजोर करने का काम कर रही है। संविधान में न्याय, समानता, लोकतंत्र की रक्षा करने की बात है, लेकिन आरएसएस इन विचारों को नहीं मानती। यही काम भाजपा भी कर रही है। जिन संस्थाओं पर न्याय, समानता, लोकतंत्र की रक्षा करने की जिम्मेदारी है, भाजपा उन्हें अपने इशारों पर चला रही है।”
उन्होंने कहा “भाजपा आरएसएस के लोग राहुल गांधी जी के भाषण को भी तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं। आप देख सकते हैं- देश में निर्वाचन आयोग की क्या भूमिका रही है। भाजपा के लोग सत्ता में होने के बाद भी सदन नहीं चलने दे रहे, किस तरह से ईडी, अइटी, सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है। हमारी लड़ाई सिर्फ आरएसएस भाजपा से नहीं, बल्कि जिन संस्थाओं पर भाजपा का कब्जा है, उनसे भी है।”
अभिनव अशोक
वार्ता