नयी दिल्ली, 12 मार्च (वार्ता) औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर जनवरी, 2025 में देश का औद्योगिक उत्पादन एक साल पहले इसी माह की तुलना में पांच प्रतिशत बढ़ा।
पिछले वर्ष जनवरी में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि 4.2 प्रतिशत थी और दिसंबर 2024 में वृद्धि सालाना आधार पर 3.5 प्रतिशत थी।
बुधवार को सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जनवरी के दस माह की अवधि के संचयी औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि के छह प्रतिशत की तुलना में 4.2 प्रतिशत रही।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने आज एक विज्ञप्ति में कहा कि विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन जनवरी में 5.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि पिछले वर्ष जनवरी में इस क्षेत्र में वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत थी ।
जनवरी 2025 में खनन उत्पादन एक साल पहले की तुलना में 4.4 प्रतिशत रहा, बिजली उत्पादन 2.4 प्रतिशत ऊंचा रहा। पिछले वर्ष जनवरी में खनन क्षेत्र के उत्पादन में वृद्धि 6.0 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में वृद्धि सालाना आधार पर 5.6 प्रतिशत थी।
विनिर्माण क्षेत्र में, 23 उद्योग समूहों में से 19 में जनवरी 2024 की तुलना में जनवरी 2025 में उत्पादन बढ़ा। जनवरी 2025 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि में मूल धातुओं का विनिर्माण (6.3 प्रतिशत), कोक और परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों का विनिर्माण (8.5 प्रतिशत) और विद्युत उपकरणों का विनिर्माण (21.7 प्रतिशत) का योगदान सबसे अच्छा रहा ।
डेटा विश्लेषण से पता चलता है कि जनवरी में पूंजीगत सामान खंड में इस बार जनवरी में 7.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले साल इसी माह में 3.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के उत्पादन में इस महीने 7.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि 2024 में इसमें 11.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र के उत्पादन में 0.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी जबकि पिछले साल इसी माह में इस क्षेत्र का उत्पादन 0.3 प्रतिशत बढ़ा था। मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि बुनियादी ढांचे और निर्माण से संबंधित वस्तुओं के क्षेत्र में जनवरी 2025 में 7.0 प्रतिशत की मामूली वृद्धि देखी गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में इसमें 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
विज्ञप्ति के अनुसार जनवरी 2025 में प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि पिछले साल इस माह में वृद्धि दर 2.9 प्रतिशत थी।
मनोहर, उप्रेती
वार्ता