तेहरान, 12 अक्टूबर (वार्ता) ईरान ने अपने परमाणु और तेल सुविधाओं पर इजरायल के संभावित हमले के मद्देनजर पश्चिम एशियाई देशों के साथ तत्काल कूटनीतिक प्रयास शुरू कर दिये हैं।
सीएनएन ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि ईरान ने ये प्रयास ऐसे समय में शुरू किया है, जब अमेरिका इस बात को लेकर अनिश्चित है कि वह ईरानी परमाणु और तेल सुविधाओं पर हमला न करने के लिए इजरायल को मना पाएगा या नहीं।
पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि इजरायल ने अभी तक यह निर्धारित नहीं किया है कि वह ईरान पर हमला कैसे करेगा, लेकिन इजरायली सेना को तेल क्षेत्रों को निशाना बनाने के अलावा अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए।
गौरतलब है कि इजरायल ने ईरान द्वारा एक अक्टूबर को इजरायल पर बड़े पैमाने पर मिसाइल हमला करने के बाद आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी।
उल्लेखनीय है कि इज़राइल दक्षिणी लेबनान में हिज़्बुल्लाह के खिलाफ़ एक अक्टूबर से ज़मीनी कार्रवाई कर रहा है। साथ ही, हवाई हमले भी जारी रखे हुए है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि इज़राइली हमलों में मरने वालों की संख्या 2,000 से ज़्यादा हो गई है। नुकसान के बावजूद, हिज़्बुल्लाह ज़मीन पर इज़राइली सैनिकों से लड़ रहा है और सीमा पार से रॉकेट दाग रहा है। इज़राइल का कहना है कि उसका मुख्य उद्देश्य उत्तरी इज़रायल में गोलाबारी से भागे 60,000 निवासियों की वापसी के लिए परिस्थितियाँ बनाना है।
संतोष,आशा
वार्ता