नयी दिल्ली 10 जनवरी (वार्ता) कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने एलएंडटी के चेयरमैन एस एन सुब्रमण्यन के 90 घंटे के वर्क वीक (एक सप्ताह के दौरान काम का समय) वाले बयान की निंदा की है और कहा कि यह पूरी तरह से अव्यवहारिक और मानव गरिमा तथा काम-काज के संतुलन की अवहेलना कहता है।
श्री खंडेलवाल ने कहा कि ऐसे बयान आधुनिक युग में मानसिक स्वास्थ्य और कर्मचारियों के कल्याण के महत्व की समझ की कमी को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा, 'हम एक ऐसी संस्कृति की ओर नहीं लौट सकते जो कर्मचारियों को केवल मशीनों की तरह देखती हो। हर व्यक्ति चाहे वह कॉरपोरेट सेक्टर में हो या स्व-रोजगार से जुड़ा हो, एक ऐसा संतुलित जीवन जीने का हकदार है, जहां व्यक्तिगत और पेशेवर आकांक्षाएं साथ-साथ पूरी हो सकें।'
इस संदर्भ में उन्होंने बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के उन विचारों का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों और एक स्वस्थ कार्य वातावरण की आवश्यकता पर जोर दिया था। उन्होंने ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बोलने के लिए दीपिका पादुकोण की साहस की सराहना की और कहा कि प्रभावशाली व्यक्तियों को प्रगतिशील कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अपने मंचों का उपयोग करना चाहिए।
श्री खंडेलवाल ने कहा, 'भारतीय व्यवसाय, चाहे वह बड़े कॉरपोरेट हो या सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) अपने कर्मचारियों की समर्पण भावना पर आधारित होते हैं। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत वाले घंटों को बढ़ावा देना केवल उत्पादकता को कम करेगा, तनाव को बढ़ाएगा और समग्र अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा।'
संतोष , जांगिड़
वार्ता