नयी दिल्ली 10 जनवरी (वार्ता) अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री और भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने 90 घंटे के ‘वर्क वीक’ को ‘पूरी तरह से अव्यवहारिक और मानव गरिमा और काम-काज के संतुलन की अवहेलना’ करार दिया है।
श्री खंडेलवाल ने शुक्रवार को यहां कहा कि सप्ताह में 90 घंटे काम संबंधित बयान आधुनिक युग में मानसिक स्वास्थ्य और कर्मचारियों के कल्याण के महत्व की समझ की कमी को दर्शाते हैं।
गौरतलब है कि भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी एल एंड टी के अध्यक्ष ने कहा है कि कर्मचारियों को सप्ताह में 90 घंटे काम करना चाहिए।
श्री खंडेलवाल ने कहा कहा कि एक ऐसी संस्कृति की ओर नहीं लौटा जा सकता जो कर्मचारियों को केवल मशीनों की तरह देखती हो। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति, चाहे वह कॉरपोरेट सेक्टर में हो या स्व-रोजगार से जुड़ा हो, एक ऐसा संतुलित जीवन जीने का हकदार है जहां व्यक्तिगत और पेशेवर आकांक्षाएं साथ-साथ पूरी हो सकें।
श्री खंडेलवाल ने कहा कि कड़ी मेहनत वाले घंटों को बढ़ावा देना केवल उत्पादकता को कम करेगा, तनाव को बढ़ाएगा और समग्र अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा।
उन्होंने नीति निर्माताओं, व्यापारिक नेताओं और प्रभावशाली व्यक्तियों से अपील की कि वे मिलकर ऐसे कार्यस्थल बनाने की दिशा में काम करें जो मानव मूल्यों का सम्मान करें, मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और स्थायी और मानवीय प्रथाओं के माध्यम से उत्पादकता को बढ़ावा दें।
सत्या.संजय
वार्ता