देहरादून, 01 जनवरी (वार्ता) 38वें राष्ट्रीय खेलों के बहाने उत्तराखंड वाॅलंटियरों का डाटा बेस तैयार करने में जुट गया है। जिस तरह से राज्य में बड़े आयोजनों का माहौल बनने लगा है, उसे देखते हुए डाटा बेस की जरूरत महसूस की जा रही है। खेल विभाग ने इसके लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
इन दिनों राष्ट्रीय खेलों के संबंध में वाॅलंटियर के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है। राष्ट्रीय खेलों के दौरान, वाॅलंटियर बनने के लिए लोगों का उत्साह बरकरार है। अभी तक 30 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। वहीं राष्ट्रीय खेलों के लिए दो से ढाई हजार वाॅलंटियरों की ही आवश्यकता है। रजिस्ट्रेशन कराने वालों में बड़ी संख्या में छात्राएं और महिलाएं भी हैं।
रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी लोगों को प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
विशेष प्रमुख खेल सचिव/मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राष्ट्रीय खेल, अमित कुमार सिन्हा के मुताबिक, जिन दो से ढाई हजार वाॅलंटियर का चयन होगा, उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। बाद में उन्हें अलग से राष्ट्रीय खेल का प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। चयनित वाॅलंटियर को टीए/डीए भी दिया जाएगा। रजिस्ट्रेशन पूरे हो जाने के बाद चयन प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। दरअसल, खेल विभाग के अफसरों का मानना है कि इस महा आयोजन के बहाने वाॅलंटियर का डाटा बेस तैयार करना भविष्य के लिहाज से उपयोगी रहेगा।
श्री सिन्हा ने बताया कि उत्तराखंड ने हाल के दिनों में इन्वेस्टर समिट, जी-20 समिट बैठक जैसे बडे़ और सफल आयोजन किए हैं। बड़े आयोजनों के लिए बन रहे माहौल के बीच भविष्य में मानव संसाधन की आवश्यकता को महसूस किया जा रहा है। इसे देखते हुए ही डाटा बेस तैयार करने पर अब कदम आगे बढ़ रहे हैं। राष्ट्रीय खेलों के दौरान तमाम तरह की व्यवस्थाएं बनाने में वाॅलंटियरों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि इस आयोजन के दौरान हम वाॅलंटियर डाटा बेस तैयार कर लें। इस क्रम में संबंधित व्यक्ति का संपूर्ण विवरण हमारे पास उपलब्ध हो जाए। रजिस्ट्रेशन कराने वाले हर व्यक्ति को हम आवश्यक जानकारी देंगे।
सुमिताभ.संजय
वार्ता