राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Dec 16 2024 10:33PM दिशोम गुरु शिबू सोरेन के करीब झारखंड आंदोलन के जुझारू सिपाही विजय सिंह नहीं रहे, मुख्यमंत्री ने जतायी शोकदुमका,16 दिसंबर (वार्ता) झारखंड अलग राज्य आंदोलन के जुझारू सिपाही और झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता केन्द्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह का आज सोमवार को निधन हो गया। वह 76 वर्ष के थे और कुछ समय से बीमार चल रहे थे। आज सुबह दुमका के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह अपने पीछे दो पुत्र और एक पुत्री के साथ भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। विजय सिंह वकालत की पेशा के साथ खेल व समाज सेवा से जुड़े थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही दुमका बार एसोसिएशन के अध्यक्ष निशिकांत प्रसाद, महासचिव राकेश कुमार के साथ काफी तादाद में लम्बे अर्से तक उनके सहयोगी रहे अधिवक्ता और शहर के विभिन्न वर्ग के लोगों ने उनके आवास पर पहुंच कर उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धा पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड आंदोलन के जुझारू सिपाही और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के अति करीबी रहे विजय कुमार सिंह के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और कहा कि अभिभावक तुल्य विजय सिंह जी के निधन से पार्टी की अपूर्णीय क्षति हुई है। झारखंड अलग राज्य आंदोलन में उनके सतत संघर्ष व योगदान को कभी भूलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने के शोक संतप्त परिवार को इस अपार दुख को शक्ति प्रदान करने की कामना की है। वहीं दुमका के सांसद नलिन सोरेन, वरिष्ठ नेता प्रो स्टीफन मरांडी, विधायक बसंत सोरेन सहित काफी तादाद में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उनका जन्म 1948 में हुआ था। रानी सोनावती उच्च विद्यालय नोनीहाट से मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने संताल परगना महाविद्यालय दुमका से स्नातक की डिग्री हासिल की। टीएनबी ला कालेज से विधि स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की और 1976 से दुमका में वकालत शुरू की और समाज सेवा से जुड़ गये। इसी साल यहां के बेसहारा गरीब लोगों को उनका हक व अधिकार दिलाने के संघर्ष पथ पर निकले झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के झारखंड अलग राज्य आंदोलन में शामिल हो गए। वे 1976 में ही झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़ गए और पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के नेतृत्व में शुरू अलग झारखंड राज्य निर्माण आंदोलन की अलख जगाने लगे और निर्भिक होकर झारखंड आंदोलन में जुझारू तेवर दिखाते रहे । इसी क्रम में कई बार उन्हें जेल भी जाना पड़ा। झामुमो के प्रबुद्ध मंडल में शामिल विजय सिंह पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के अति करीबी सहयोगी और कुशल रणनीतिकार रहे। श्री सिंह दुमका बार एसोसिएशन के दो बार अध्यक्ष चुने गए। झामुमो के रणनीतिकारों में शामिल विजय बाबु लम्बे अर्से तक झामुमो के दुमका इकाई के जिलाध्यक्ष और पार्टी के केन्द्रीय महासचिव की जिम्मेदारी संभालते रहे। इस बीच राज्य अलग होने के बाद पार्टी ने उन्हें 2011-13 तक राज्य समन्वयक समन्वय समिति का भी सदस्य बनाया गया। पूर्व में वे दुमका नगर पर्षद के वार्ड पार्षद भी चुने गए । वे खेल कूद संघ से भी जुड़े थे तथा संघ के विभिन्न पदों पर रह कर दुमका में प्रतिभावान युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करते रहे।विनय सं/वार्ता