Friday, Dec 13 2024 | Time 05:30 Hrs(IST)
image
बिजनेस


इस्पात आयात रुकावट से छोटी, मझोली इंजीनियरिंग इकाइयों को होगा नुकसान: ईईपीसी इंडिया

नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (वार्ता) भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) ने सरकार से इस्पात के आयात के खिलाफ ऐसा कोई उपाय न करने को कहा है जिससे घरेलू कीमतें बढ़े और देश में ऐसे विनिर्माताओं को नुकसान हो जो इस्पात को कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
संगठन का कहना है कि देश में इस समय तैयार इस्पात की खपत उत्पादन की तुलना में अधिक तेज गति से बढ़ रही है ऐसे में इस्पात का उत्पादन करने वाली कंपिनयों को बाहर से आने वाले इस्पात से किसी नुकसान की संभावना नहीं दिखती।
ईईपीसी ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “चीन और अन्य देशों से स्टील आयात को प्रतिबंधित करने से भारतीय इंजीनियरिंग सामान निर्माताओं और निर्यातकों, खासकर सूक्ष्म , लघु और मझोले उद्यमों (एमएसएमई) पर गंभीर असर पड़ सकता है, क्योंकि वे अपनी परिचालन व्यवहार्यता बनाए रखने के लिए प्रतिस्पर्धी स्टील कीमतों पर निर्भर हैं।” संगठन का यह बयान ऐसे समय आया है जब चीन से इस्पात के आयात में उछाल को लेकर घरेलू इस्पात विनिर्माताओं पर दुष्प्रभाव की आशंका जातायी जा रही है।
ईईपीसी का कहना है कि यह उछाल केवल चीन से आयात पर ही नहीं है, बल्कि जापान और वियतनाम से इस्पात आयात में उछाल कहीं ज्यादा है। उसने इस मुद्दे पर मुक्त व्यापार समझौतों में माल के उद्गम स्थल की शर्त का सख्ती से अनुपालन कराने की सिफारिश की है।
ईईपीसी इंडिया के अध्यक्ष अरुण कुमार गरोडिया ने कहा, “घरेलू स्टील की कीमतों को प्रतिस्पर्धी बनाए रखना जरूरी है। चीनी स्टील और भारतीय-निर्मित स्टील के बीच कीमत का अंतर काफी अधिक है। यह मूल्य लाभ इस्पात की खपत पर चलने वाले उद्योगों, खासकर एमएसएमई को घरेलू और वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धी बने रहने में सक्षम बनाता है।”
बयान में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले पांच महीनों के दौरान देश के कच्चे इस्पात के उत्पादन में 4.44 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि तैयार इस्पात के उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 5.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस बीच, इस्पात की खपत में 13.78 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई। उत्पादन और खपत के बीच यह उल्लेखनीय अंतर बढ़ती घरेलू मांग को पूरा करने के लिए आयात की आवश्यकता को उजागर करता है।
श्री गरोडिया ने कहा, “हम सरकार से आग्रह करते हैं कि वह स्टील के आयात पर अंकुश लगाने के लिए अतिरिक्त शुल्क या सुरक्षा उपाय न लगाए। इस तरह के कदम से इंजीनियरिंग सामान क्षेत्र पर गंभीर असर पड़ सकता है।”
इस्पात बाजार की संयुक्त संयंत्र समिति (जेपीसी) के आंकड़ों के अनुसार, चीन से तैयार इस्पात के आयात में वृद्धि हुई है, जो 31.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। पर ईईपीसी का कहना है कि यहां यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह प्रवृत्ति चीन तक ही सीमित नहीं है। जापान से इस्पात आयात में 130 प्रतिशत, वियतनाम से 52 प्रतिशत और कोरिया से छह प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त, जबकि चीन से आयात की मात्रा बढ़ी है, चीन से कुल आयात का हिस्सा 31 प्रतिशत से थोड़ा कम होकर 30.5 प्रतिशत हो गया है। इसके विपरीत, आयात में जापान का हिस्सा 14.3 प्रतिशत से बढ़कर 24.6 प्रतिशतहो गया है।
साथ में ईईपीसी ने यह भी कहा है कि विशेष रूप से भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते ( एफटीए) करने वाले व्यापारिक भागीदारों के यहां से आयात में व्यापक वृद्धि के संबंध मेंअधिक गहन जांच की आवश्यकता हो सकती है। परिषद का कहना है कि एफटीए के तहत माल की उत्पत्ति संबंधी शर्तों का अनिवार्यत: पालन कराया जाना चाहिए।
ईईपीसी का मानना ​​है कि इस्पात जैसे किफायती कच्चे माल की सुविधा के बिना, महत्वाकांक्षी ‘मेक इन इंडिया’ पहल, विशेष रूप से उच्च मूल्य वाले क्षेत्रों में, काफी चुनौतियों का सामना करेगी।
मनोहर, उप्रेती
वार्ता
More News
राजस्थान में व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ाएगी सीजी कॉर्प ग्लोबल

राजस्थान में व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ाएगी सीजी कॉर्प ग्लोबल

12 Dec 2024 | 8:03 PM

जयपुर, 12 दिसम्बर (वार्ता) राजस्थान प्रवासी एवं नेपाल के प्रसिद्ध उद्योगपति एवं सीजी कॉर्प ग्लोबल के अध्यक्ष बिनोद के चौधरी ने कहा है कि उनका समूह विभिन्न कारोबारी क्षेत्रों रियल एस्टेट, खाद्य और आतिथ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ाने के प्रयास कर रहा है और राजस्थान में और नया निवेश करने की उनकी योजना है।

see more..
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक सितंबर में 3.1 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर अक्टूबर में 3.5 प्रतिशत

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक सितंबर में 3.1 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर अक्टूबर में 3.5 प्रतिशत

12 Dec 2024 | 8:03 PM

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (वार्ता) सरकार द्वारा गुरुवार को जारी त्वरित अनुमानों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर अक्टूबर 2024 के महीने में 3.5 प्रतिशत रही। इससे पहले सितंबर,2024 में औद्योगिक वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत थी।

see more..
नवंबर में खुदरा महंगाई में आयी नरमी

नवंबर में खुदरा महंगाई में आयी नरमी

12 Dec 2024 | 8:03 PM

नयी दिल्ली 12 दिसंबर (वार्ता) खाद्य पदार्थाें की कीमतों में कमी आने से इस वर्ष नवंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई घटकर 5.48 प्रतिशत पर आ गयी जबकि पिछले माह अक्टूबर में यह 6.21 प्रतिशत पर रही थी।

see more..
नवंबर में खुदरा महंगाई में आयी नरमी

नवंबर में खुदरा महंगाई में आयी नरमी

12 Dec 2024 | 8:03 PM

नयी दिल्ली 12 दिसंबर (वार्ता) खाद्य पदार्थाें की कीमतों में कमी आने से इस वर्ष नवंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई घटकर 5.48 प्रतिशत पर आ गयी जबकि इस वर्ष अक्टूबर में यह 6.21 प्रतिशत पर रही थी।

see more..
image