राज्य » अन्य राज्यPosted at: Oct 14 2024 5:05PM दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में उत्तरपूर्वी मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियाँ अनुकूलचेन्नई, 14 अक्टूबर (वार्ता) तमिलनाडु और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में उत्तर-पूर्वी मॉनसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियाँ तेजी से अनुकूल होती जा रही हैं क्योंकि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र तीव्र होने वाला है।राज्य में अगले तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।मौसम कार्यालय ने पहले ही चेन्नई और उसके पड़ोसी जिलों के लिए कल ऑरेंज अलर्ट और बुधवार को 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है।मौसम विभाग द्वारा सोमवार को जारी एक बुलेटिन में कहा गया है कि खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के आसार हैं और मंगलवार तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। इसके बाद अगले दो दिनों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और आसपास के दक्षिण आंध्र प्रदेश तटों की ओर बढ़ते रहने की संभावना है।इसके प्रभाव से दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में दो दिनों तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और तमिलनाडु तथा पुडुचेरी में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने और उत्तर तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर बुधवार को अत्यधिक भारी वर्षा होने का अनुमान जताया गया है। आंतरिक तमिलनाडु में 17 अक्टूबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं।दक्षिण-पूर्व और आसपास के दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी में 15 अक्टूबर की शाम तक 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के आसार हैं।इसके बाद, दक्षिण-पश्चिम और आसपास के पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों गुरुवार की सुबह तक पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज हवा चलने और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने का अनुमान है और उसके बाद धीरे-धीरे कम होने के आसार हैं। दक्षिण-पूर्व और आसपास के दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी में मंगलवार शाम तक मध्यम से उग्र समुद्री स्थिति बने रहने के आसार हैं। इसके बाद 17 अक्टूबर तक दक्षिण-पश्चिम और आसपास के पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर समुद्री स्थिति खराब होने का अनुमान है और उसके बाद धीरे-धीरे इसमें सुधार होगा।इस बीच मछुआरों को अगले चार दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और मौसम कार्यालय ने उन लोगों से कहा है जो मछली पकड़ने के लिए पहले ही समुद्र में जा चुके हैं, वे आज तक तटों पर लौट आएं।मौसम विभाग ने बताया कि भारी वर्षा के कारण दृश्यता में कभी-कभी कमी आएगी। सड़कों पर पानी जमा होने और भारी बारिश के कारण खराब दृश्यता के कारण प्रमुख शहरों और सड़क मार्गों पर यातायात में व्यवधान, जिससे यात्रा के समय और घटनाओं में वृद्धि हुई, छोटी नावों और ट्रॉलर जैसे समुद्री और अंतर्देशीय जल परिवहन में व्यवधान के आसार, कच्ची सड़कों को मामूली क्षति, बाढ़ और हवा के कारण कुछ क्षेत्रों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान होने का अनुमान है।समीक्षा अशोकवार्ता