राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Oct 15 2024 7:19PM श्री अकाल तख्त साहिब को कमजोर करने की साजिश: प्रो चंदूमाजराचंडीगढ़, 15 अक्टूबर (वार्ता) वरिष्ठ शिरोमणि अकाली दल (सुधार) नेता और पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने मंगलवार को सिख पंथ की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब में अधिकार और आस्था को खत्म करने के कथित प्रयासों की निंदा की। मीडिया को संबोधित करते हुये, प्रो चंदूमाजरा ने कहा कि पंज सिंह साहिबान द्वारा घोषित हालिया फैसलों ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के पक्ष में नतीजों को प्रभावित करने के उद्देश्य से राजनीतिक हस्तक्षेप को उजागर किया है। उन्होंने दावा किया कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार पर काफी दबाव के बावजूद, जत्थेदार ने संस्था की पवित्रता को बनाए रखते हुए इन बाहरी ताकतों के आगे नहीं झुके। प्रो चंदूमाजरा ने टिप्पणी, “ इस तरह के राजनीतिक दबाव के उजागर होने से पंथ के भीतर अशांति पैदा हुई है। ” उन्होंने कहा कि ये प्रयास सिख संस्थाओं को बदनाम करने और उन्हें कमजोर करने की एक व्यापक योजना का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा, “ यह सिर्फ़ व्यक्तिगत सिंह साहिबों पर हमला नहीं है, बल्कि सिख समुदाय की सर्वोच्च संस्था की विश्वसनीयता पर एक सुनियोजित हमला है। ”प्रो चंदूमाजरा ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के सदस्यों द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब के स्वतंत्र अधिकार को संरक्षित करने के लिये एक कानून बनाने के लिये किये गये प्रस्ताव पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रस्ताव को अस्वीकार करना व्यक्तिगत या राजनीतिक लाभ के लिये संस्था में हेरफेर करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा था। पूर्व सांसद ने अपनी संस्थाओं की गरिमा की रक्षा के लिये सिख समुदाय के बीच एकता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने घोषणा की, “श्री अकाल तख्त साहिब की अखंडता से समझौता करने के प्रयास कभी सफल नहीं होंगे। ”प्रो चंदूमाजरा की टिप्पणी सिख राजनीतिक और धार्मिक हलकों के भीतर बढ़ते तनाव को दर्शाती है, क्योंकि नेता और गुट राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोपों के बीच आस्था की संस्थाओं की स्वायत्तता और पवित्रता को बनाये रखने के लिये संघर्ष कर रहे हैं। ठाकुर.श्रवण वार्ता