राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Nov 14 2024 5:51PM भगत सिंह को आतंकवादी कहने से पाकिस्तान की साम्प्रदायिक मानसिकता उजागर: कटारूचकचंडीगढ़, 14 नवंबर (वार्ता) पंजाब के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, वन एवं वन्य जीव सुरक्षा मंत्री लाल चंद कटारूचक ने गुरुवार को लाहौर उच्च न्यायालय में शहीद-ए-आजम भगत सिंह को आतंकवादी कहे जाने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि शहीदों को संकीर्ण राजनीति से दूर रखना चाहिये और उनकी महान विरासत का सम्मान करना चाहिये। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार के असिस्टेंट एडवोकेट जनरल असगर लेघारी ने लाहौर के शादमान चौक (जो कभी सेंट्रल जेल, लाहौर का हिस्सा होता था) का नाम बदलने से संबंधित मामले में लाहौर मेट्रोपॉलिटन कॉर्पोरेशन का प्रतिनिधित्व करते हुये अदालत में यह अपमानजनक टिप्पणी की थी। यह वही स्थान है, जहां 23 मार्च 1931 को शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरु और शहीद सुखदेव को अंग्रेजों द्वारा फांसी दी गयी थी। लाहौर की शहीद-ए-आजम वेलफेयर सोसायटी शादमान चौक का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने के लिए संघर्ष कर रही है।शहीद भगत सिंह को महान क्रांतिकारी बताते हुये श्री कटारूचक ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने अविभाजित भारत की आज़ादी के लिये अपने प्राणों की आहुति दी, इसलिये स्वतंत्रता संग्राम के इस महान नायक को उचित सम्मान देना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। ऐसे षड्यंत्रकारी तत्वों को अपनी संकीर्ण मानसिकता से ऊपर उठने की सलाह देते हुए मंत्री ने कहा कि शहीद भगत सिंह पूरे भारतीय उपमहाद्वीप के महान नायक हैं, और उन्हें आतंकवादी कहना कट्टरपंथी तत्वों की कायरता भरी एवं साम्प्रदायिक सोच को उजागर करता है। ऐसे तत्व दोनों देशों के बीच में अमन के प्रयासों में बाधक बनते हैं। ठाकुर.श्रवण वार्ता