राज्य » राजस्थानPosted at: Jan 18 2025 10:09PM राज्य सरकार ने एक भी स्कूल नहीं किया बंद: तिवाड़ीजयपुर, 18 जनवरी (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद एवं पूर्व शिक्षा मंत्री घनश्याम तिवाड़ी ने कांग्रेसी नेताओं द्वारा सरकारी स्कूलों को बंद करने के बयान को बेतुका बताते हुये कहा है कि राज्य सरकार ने एक भी सरकारी स्कूल बंद नहीं किया है।श्री तिवाड़ी ने शनिवार को जारी बयान में कहा कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व के साथ राज्य के नेता भी मूर्खतापूर्ण और अज्ञानतापूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेसी नेता कह रहे है कि भाजपा सरकार ने स्कूलों को बंद कर दिया, जबकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सरकार ने एक भी स्कूल बंद नहीं किया है। श्री तिवाड़ी ने कहा कि भाजपा सरकार ने शून्य नामांकन वाले स्कूलों को नजदीक की स्कूल में विलय करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। सरकार के इस फैसले से शून्य नामांकन वाले स्कूलों को विलय करने के बाद शिक्षकों को जरूरत के अनुसार दूसरी स्कूलों में लगाया जा सकेगा। इससे शिक्षण व्यवस्था में भी सुधार आयेगा।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ प्रचार की दृष्टि से महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को खोलकर खानापूर्ति कर दी, जबकि अंग्रेजी पढ़ाने वाले एक भी शिक्षक की भर्ती नहीं की, बल्कि राजकीय विद्यालयों के नाम बदल दिये। ऐसे विद्यालयों की समीक्षा करना जरूरी था। श्री तिवाड़ी ने कहा कि कांग्रेसी नेता द्वारा आरएसएस के आदर्श स्कूलों को बढ़ावा देने वाला बयान उपहास वाला व्यक्तव्य है क्योंकि ये विलय होने वाले विद्यालय गांवों-कस्बों में हैं, वहां आरएसएस या विद्या भारती का कोई आदर्श विद्यालय संचालित नहीं है। इसलिये इस तरह का बयान मूर्खतापूर्ण है।श्री तिवाड़ी ने कहा कि कांग्रेसी नेताओं द्वारा आरएसएस की रट लगाना एक प्रकार का ‘पागलपन’ है, जो कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही राजस्थान के नेताओं पर भी यह पागलपन सवार हो गया है। ऐसे में कांग्रेेसी नेताओं से आग्रह है कि वे शिक्षा में राजनीति करने की बजाये राजनीति में शिक्षा को बढ़ावा दें। कांग्रेसी नेताओं को पढ़ने और सीखने की आदत डालनी चाहिए। इनको अनर्गल बयानबाजी करने से बचना चाहिये। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षा में सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय मूल्यों की प्रतिस्थापना करने का कार्य किया है। कांग्रेस अपनी संस्कृति के कारण इसको बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। कांग्रेस के नेताओं के अनुसार इनकी संस्कृति इंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ने की है। कांग्रेस नेताओं की यह अवधारणा भारत राष्ट्र की चेतना और भारत राष्ट्र की एकता के खिलाफ है। सुनील.श्रवण वार्ता