राज्य » राजस्थानPosted at: Jan 20 2025 6:52PM विकास में नहीं करनी चाहिए राजनीति-राठौड़जयपुर, 20 जनवरी (वार्ता) राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने विपक्ष के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा है कि राज्य में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा सरकार जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य कर रही है लेकिन विपक्ष के नेता अनर्गल बयानबाजी कर विकास में रोड़ा अटका रहे हैं जबकि विकास में राजनीति नहीं करनी चाहिए। श्री राठौड़ ने सोमवार को अपने बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है फिर भी विपक्ष को क्या लग रहा है, यह उनकी सोच है। सदन में विपक्ष की भूमिका जैसी होगी, सत्ता पक्ष भी उसी लहजे में उसका जवाब देगा। उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयानों को लेकर कहा कि वह बिना बॉल के फुटबॉल खेल रहे है, उनको पता ही नहीं है कि क्या बोल रहे है, उनको बाद में पता चलता है कि क्या बोल दिया। उन्होंने विपक्ष नेताओं से आग्रह किया कि उन्हें बोलने से पहले अपने घर में झांक लेना चाहिए, दूसरों के घर में ताकझांक करना अच्छी आदत नहीं है। उन्होंने दिल्ली चुनावों को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बयान पर कहा कि श्री पायलट को याद रखना चाहिए कि दिल्ली में पिछली बार कांग्रेस को कितनी सीट मिली थी। उन्हें अपने नेतृत्व और लीडरशीप के ढुलमुल नीति को समझने का भी प्रयास करना चाहिए। बिना सोचे समझे बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दिल्ली में जनता ने भाजपा की सरकार बनाने का मानस बना लिया है। भाजपा अपने एजेंडे और घोषणा पत्र के अनुरूप कार्य कर रही है और उसे जनता का पूर्ण आशीर्वाद मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नीतियों और सिद्धांतों पर आधारित राजनीति करती है और वह कभी भी रेवड़ियां बांटने का कार्य नहीं करती। विपक्ष आनन फानन में रेवड़ियां बांटकर चुनावी लाभ लेने के लिए योजनाओं की घोषणा करता है, फिर उनका क्रियान्वयन नहीं हो पाता। श्री राठौड़ ने निर्दलीय विधायक रविन्द्र भाटी से विकास में रोडा अटकाने की बजाए सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें क्षेत्र के विकास में बाधक नहीं बनना चाहिए बल्कि जनसेवा को समझकर सरकार के द्वारा कराए जा रहे कार्यों में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊर्जा का क्षेत्र हो या फिर अन्य क्षेत्र में विकास होगा तो उसका लाभ आम आदमी को मिलेगा, इसे उन्हें गंभीरता से समझना चाहिए। जोरावार्ता