राज्य » राजस्थानPosted at: Jan 20 2025 9:55PM चिकित्सा की आधारभूत सुविधाओं और प्रबंधकीय व्यवस्थाओं में किया जाएगा सुधारजयपुर, 20 जनवरी (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं को और सुदृढ़ करने की पहल के तहत अब सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज एवं इससे सम्बद्ध अस्पतालों को मॉडल हॉस्पिटल के रूप में विकसित किया जाएगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देश में इस पहल को मूर्त रूप देने के लिए सोमवार को सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में सम्बद्ध अस्पतालों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक विशेष संवाद आयोजित किया गया। संवाद में बताया गया कि इसके लिए न केवल प्रशासनिक बल्कि अस्पताल के भवन सहित अन्य आधारभूत व्यवस्थाओं में आमूलचूल सुधार करते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को पेशेंट सेंट्रिक बनाया जाएगा। संवाद में चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव अम्बरीष कुमार, आयुक्त इकबाल खान, संयुक्त सचिव गौरव बजाड़, वास्तुविज्ञ अनूप भरतरिया सहित एसएमएस मेडिकल कॉलेज एवं सम्बद्ध अस्पतालों के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। संवाद में बताया गया कि एसएमएस अस्पताल को चरणबद्ध रूप से कार्य करते हुए एनएबीएच एवं जेसीआई स्टैंडर्ड के अनुसार विकसित किया जाएगा ताकि आमजन को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं सुगमता के साथ मिलें। चिकित्सा शिक्षा सचिव ने कहा कि एस एम एस हॉस्पिटल भारत के सबसे बड़े एवं ख्याति प्राप्त अस्पतालों में शामिल है। यहां सबसे अधिक आईपीडी एवं ओपीडी है। दुनिया के नामी डॉक्टर्स यहां सेवाएं दे रहे हैं लेकिन अब हमारा प्रयास इस दिशा में है कि यहां का आधारभूत ढांचा एवं प्रबंधकीय व्यवस्थाएं भी विश्वस्तरीय हों। इसके लिए पूरी प्लानिंग के साथ विकास कार्य किए जाएंगे। हमारा प्रयास है कि आगामी दो साल में एसएमएस एक नए एवं आधुनिकतम रूप में विकसित हो। वास्तुविद श्री अनूप भरतरिया ने एसएमएस अस्पताल में सुगम आवागमन के लिए रिंग रोड, स्काई वॉक एवं गार्डन प्लाजा के निर्माण, करीब 2500 वाहन के लिए पार्किंग, सेंट्रल ऑक्सीजन प्लांट, डिजिटल रजिस्ट्रेशन, मोर्चरी, फूड कोर्ट आदि विकसित किए जाने की योजना का विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने आईपीडी टावर एवं अस्पताल में अन्य सुविधाओं के विकास तथा सौंदर्यकरण के कार्यों के बारे में भी प्रस्तुतीकरण दिया। संवाद के दौरान प्रतिभागियों ने एसएमएस अस्पताल के विकास एवं पेशेंट फ्रेंडली सुविधाओं के लिए आवश्यक सुझाव दिए। जोरावार्ता