अमरेली, 28 अक्टूबर (वार्ता) गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को दिवाली के पावन दिवसों में सौराष्ट्र की जनता को विकास कार्यों की भेंट देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार का व्यक्त किया।
श्री पटेल ने कहा कि गुजरात ने पर्यावरण से पर्यटन एवं जल से जन शक्ति के समुचित समन्वय से अपूर्व प्रगति साधी है, जिसके मूल में श्री मोदी की दूरदर्शिता तथा देश के विकास की आकांक्षा है। उन्होंने दिवाली के पावन दिवसों में सौराष्ट्र की जनता को 4800 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की भेंट देने के लिए उनका आभार का व्यक्त करते हुए कहा कि एक समय अभावों का सामना करने वाला गुजरात राज्य आज उनके दूरदर्शी नेतृत्व में तेज गति से विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि 1960 से शुरू हुई गुजरात की विकास यात्रा तथा वर्तमान विकास यात्रा की तुलना करें, तो स्पष्ट पता चल जाता है कि एक सुरेख-सुगठित तथा दृष्टिवान नेतृत्व से कैसा परिवर्तन आता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा यह परिवर्तन लाने के लिए किया गया परिश्रम आज रंग ला रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भूकंप, बिजली की किल्लत जैसी अनेक चुनौतियों से जूझ रहे किसान खेती के लिए वर्षा पर निर्भर थे। किसानों को बार-बार अकाल का सामना करना पड़ता था। उस समय श्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में ज्योतिग्राम योजना द्वारा गुजरात के गाँव-गाँव थ्री फेज बिजली पहुँचा कर गुजरात के अंधेरे को उलेच कर उजाला फैलाया तथा किसानों के फसल को वर्षा के अभाव में चौपट होने से बचाया।
उन्होंने कहा कि गुजरात ने सौर ऊर्जा के लाभ एवं भविष्य को परख कर प्रधानमंत्री के दूरदर्शितापूर्ण नेतृत्व में चारणका में सोलर पार्क की स्थापना की है। कच्छ में हाइब्रिड सोलर पार्क स्थापित किया जा रहा है। सूर्य घर योजना का लाभ करोड़ों लोगों के घरों तक पहुँचा है। इस सबके पीछे उनका विजन है।
श्री पटेल ने प्रधानमंत्री द्वारा जल प्रबंधन क्षेत्र में दिए गए मार्गदर्शन से हुए परिवर्तन का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि वर्षा जल की बूंद-बूंद का उपयोग करते हुए वर्षा जल को भूमि में उतारने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी ने बोरीबांध, खेत तालाब, सौनी योजना, सुजलाम-सुफलाम जैसे अभियानों को जन भागीदारी से कार्यान्वित किया, जिसके कारण आज गुजरात के खेत हरियाली से लहलहा रहे हैं। उनके कृषि महोत्सव, सॉइल हेल्थ कार्ड सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं तथा कृषि कल्याण के दृष्टिकोण के कारण आज गुजरात में 105 लाख मैट्रिक टन कृषि उत्पादन हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की गंभीरता को परख कर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मुख्यमंत्री के रूप में ऐशिया में सर्वप्रथम गुजरात में पृथक जलवायु परिवर्तन विभाग स्थापित किया। उन्होंने ई-ग्राम विश्वग्राम द्वारा उत्तम ई-सेवा सुविधाओं के ढाँचे का सृजन करने का कार्य किया। टेक्नोलॉजी के विनियोग द्वारा जन शिकायत निवारण के लिए ‘स्वागत’ पहल भी उनके द्वारा ही दी गई एक भेंट है।
उन्होंने कहा कि गुजरात ने रोड-नेटवर्क, ढाँचागत सुविधा, इंटरनेट कनेक्टिविटी द्वारा पारदर्शी सुशासन का रोल मॉडल प्रस्तुत किया है। इस प्रकार गुजरात प्रधानमंत्री के नेतृत्व में समग्र रूप से जल सिंचन, अपरंपरागत ऊर्जा स्रोतों द्वारा बिजली उत्पादन से ऐसे अनेक विकास कार्यों के जरिये विकसित भारत के निर्माण में अपना सहयोग देगा।
जलापूर्ति मंत्री कुंवरजीभाई बावलिया ने इस अवसर पर कहा कि गुजरात ने जल संचय तथा जल प्रबंधन क्षेत्र में विशिष्ट राह उकेरी है। जल संचय क्षेत्र में गुजरात को हाल ही में अवॉर्ड भी मिला है। राज्य सरकार द्वारा कृषि सिंचाई के लिए नर्मदा की बाढ़ के समुद्र में बह जाने वाले अतिरिक्त जल का सौनी योजना द्वारा सौराष्ट्र में अवतरण कराया गया है, जिसके कारण सौराष्ट्र की धरा नवपल्लवित हुई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जल संचय क्षेत्र में लाठी तथा लीलिया तहसीलों में जल संग्रह कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए पीपीडी मॉडल के तहत गागडियो नदी की सफाई हेतु 20 करोड़ रुपए के अनुदान को भी सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने आगे कहा कि नावडा-चावंड पाइप लाइन द्वारा राजकोट एवं भावनगर को नर्मदा व मही का पानी उपलब्ध हुआ है। सौराष्ट्र की प्यासी धरा इस पानी से तृप्त हुई है और पशुपालकों का पलायन भी रुका है।
इससे पहले जल संचय के पवित्र संकल्प एवं उद्यम से इस प्रदेश को नवपल्लवित करने वाले सवजीभाई धोलकिया ने स्वागत संबोधन में कहा कि आज दुधाला-लाठी की धरती पर सोने का सूरज उगा है। प्रधानमंत्री ने कुछ वर्ष पहले हरिकृष्ण सरोवर का वर्चुअल लोकार्पण किया था और आज वहाँ भारत माता सरोवर का निर्माण हुआ है। जिले में तब से लेकर अब तक 155 सरोवरों का निर्माण हुआ है। जल संचय व प्राकृतिक खेती द्वारा गुजरात विकास के पथ पर तेजी से प्रगति कर रहा है।
इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल, राज्य के पर्यटन मंत्री मूलुभाई बेरा, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल, सांसद परशोत्तमभाई रूपाला, भरतभाई सुतरिया, गोविंदभाई धोलकिया, रामभाई मोकरिया, पूनमबेन माडम, केसरीदेवसिंह झाला, इफको के अध्यक्ष दिलीपभाई संघाणी, विधायक जे. वी. काकडिया, कौशिक वेकरिया,जनकभाई तलाविया, महेशभाई कसवाला, हीराभाई सोलंकी, डॉ. दर्शिताबेन शाह, बोटाद, जूनागढ, गीर सोमनाथ जिला भाजपा अध्यक्ष, महानुभाव, पदाधिकारी, अधिकारी तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
अनिल,संतोष
वार्ता