नयी दिल्ली, 20 जनवरी (वार्ता) भारत के चुनाव आयोग की मेजबानी में विभिन्न देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों का दो दिन का सम्मेलन राजधानी में गुुरुवार को शुरू होगा। इसका उद्घाटन मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार करेंगे।
आयोग की सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार इस सम्मेलन का शीर्षक है- “ वैश्विक चुनाव वर्ष 2024: लोकतांत्रिक स्थानों की पुनरावृत्ति, चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के लिए सीख।” वर्ष 2024 लोकतांत्रिक विश्व के लिए एक असाधारण वर्ष रहा जबकि जब कि दुनिया की लगभग आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले 70 से अधिक देशों में चुनाव कराए गए जिसमें भारत में लोक सभा का आम चुनाव भी जो दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा चुनाव है।
आयोग ने कहा है, “सम्मेलन का उद्देश्य समकालीन चुनाव प्रबंधन के प्रमुख क्षेत्रों और चुनावों के भावी दृष्टिकोण पर विचार करना है, साथ ही महत्वपूर्ण सीख लेना है।”
चुनाव आयोग के अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र एवं चुनाव प्रबंधन संस्थान (आईआईआईडीईएम) ने भारत विश्व चुनाव निकाय संघ (ए-वेब) केन्द्र के साथ मिलकर इस सम्मेलन की रूपरेखा तैयार की है। इसमें गणमान्य व्यक्तियों की अध्यक्षता में चर्चा के कई सत्र आयोजित किए जाएंगे। सम्मेलन में सम्मेलन में भूटान, जॉर्जिया, नामीबिया, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, आयरलैंड, मॉरीशस, फिलीपींस, रूसी संघ, ट्यूनीशिया और नेपाल सहित 13 देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के लगभग 30 प्रतिनिधि भाग लेंगे। इनमें कई देशों के निकायों का प्रतिनिधित्व उनके निकायों के प्रमुख और उपप्रमुख करेंगे।
इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र एवं निर्वाचन सहायता संस्थान (अंतर्राष्ट्रीय आईडीईए) जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि, इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स (आईएफईएस) के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकरी (सीईओ) और ए-वेब के महासचिव भी शामिल होंगे। कई देशों के दिल्ली स्थित राजदूत/उच्चायुक्त भी सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन का शुभारंभ श्री कुमार के मुख्य भाषण से होगा। इन दो दिनों में चुनाव वर्ष 2024 – प्रमुख सीखें, चुनाव प्रबंधन में प्रौद्योगिकी की भूमिका - अवसर और चुनौतियां, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और चुनाव प्रबंधन – परामर्श और भविष्य, चुनावी समानता, समावेशी और सुलभ चुनाव, लोकतांत्रिक स्थानों को मजबूत करने के लिए क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का महत्व तथा चुनावों का भविष्य विषय पर चर्चाएं होंगी। चुनावों के भविष्य विषय पर छठे सत्र की अध्यक्षता देश के मुख्य चुनाव आयुक्त करेंगे।
समापन-सत्र में मॉरीशस के चुनाव आयुक्त अब्दुल रहमान मोहम्मद इरफान और अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र एवं निर्वाचन सहायता संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एंथनी नाथन बैनबरी के विचार शामिल होंगे। इसके बाद दुनिया भर में चुनाव प्रबंधन निकायों के लिए प्रतिबद्धता और कार्रवाई योग्य कदमों को रेखांकित करने वाली सिफारिशों पर चर्चा और अंतिम रूप दिया जाएगा, ताकि चुनावों और चुनावी लोकतंत्रों में बेहतर तालमेल और मजबूती आए।
मनोहर, उप्रेती
वार्ता