बेंगलुरु, 31 अक्टूबर (वार्ता) कर्नाटक भाजपा ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि कृषि भूमि सहित हिंदू मंदिरों को वक्फ संपत्तियों के रूप में चिह्नित किया गया है।
पार्टी के नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) आर अशोक ने 4 नवंबर को एक महत्वपूर्ण विरोध प्रदर्शन की योजना की घोषणा की, जिसमें किसानों की भूमि और मंदिर संपत्तियों पर कथित अतिक्रमण के लिए वक्फ बोर्ड और राज्य सरकार दोनों को निशाना बनाया जाएगा।
श्री अशोक ने गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा की चिंताओं को विस्तार से बताते हुए कहा, “विजयपुरा के बाद, कोलार में मंदिर की संपत्तियों को वक्फ संपत्तियों के रूप में चिह्नित किया जा रहा है। यह किसानों की भूमि और हिंदू मंदिरों दोनों पर स्पष्ट अतिक्रमण है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि अतिक्रमण सिर्फ जमीन हड़पने वालों का काम नहीं है, बल्कि इसमें सरकार भी शामिल है, उन्होंने किसान संगठनों से कड़े विरोध का आह्वान किया।
श्री अशोक ने आगे ऐतिहासिक संदर्भों का हवाला देते हुए दावा किया, “अतीत में, मुस्लिम शासकों ने बलपूर्वक अपना धर्म थोपा था; अब, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के समर्थन से इसी तरह भूमि पर कब्जा किया जा रहा है।”
सैनी
वार्ता