चेन्नई 07 नवंबर (वार्ता) तमिलनाडु पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने धोखाधड़ी वाली ऑनलाइन ट्रेडिंग योजना में 92 लाख रुपये के ऑनलाइन मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले के सिलसिले में गुरूवार को तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया।
तीनों अपराधी कई राज्यों में विभिन्न साइबर धोखाधड़ी में शामिल रह चुके हैं।
साइबर अपराध शाखा, मुख्यालय, चेन्नई की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाला एक बढ़ता हुआ साइबर खतरा है, जहां धोखेबाज प्रतिष्ठित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का रूप धारण करते हैं, चुनींदा निवेशों पर असामान्य रूप से उच्च लाभ का वादा करते हैं।
वे पीड़ितों को व्हाट्सएप ग्रुप में फंसाते हैं, जिसमें कथित सफल निवेशकों के नकली प्रशंसापत्र होते हैं, जिससे उनका विश्वास और विश्वसनीयता बढ़ती है। एक बार आश्वस्त होने के बाद, पीड़ितों से पर्याप्त रिटर्न का आश्वासन देकर निर्दिष्ट बैंक खातों में धनराशि स्थानांतरित करने के लिए कहा जाता है , हालांकि बड़ी राशि का निवेश करने के बाद घोटालेबाज संपर्क तोड़ देता है जिससे पीड़ित अपना पैसा निकालने में असमर्थ हो जाते हैं और अंततः वित्तीय नुकसान होता है।
गत 19 जुलाई को मदुरै के एक याचिकाकर्ता ने बताया कि फेसबुक पर एक उच्च-लाभ वाली ऑनलाइन ट्रेडिंग योजना को बढ़ावा देने वाले विज्ञापन का जवाब देने के बाद उसके साथ 92,16,710 रुपये की धोखाधड़ी की गई। दावों पर भरोसा करते हुए याचिकाकर्ता ने कई बैंक खातों में धनराशि स्थानांतरित कर दी। आखिरकार उसे एहसास हुआ कि जब वादा किए गए रिटर्न नहीं दिए गए तो उसके साथ धोखा हुआ है। इसके बाद उसने कानूनी कार्रवाई और खोई हुई राशि की वसूली के लिए मदुरै जिला साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
इस मामले में शामिल अपराधियों की पहचान करने के लिए और एडीजीपी साइबर अपराध शाखा चेन्नई संदीप मित्तल के निर्देशों का पालन करते हुए एडीएसपी सीसीडब्ल्यू मदुरै करुप्पैया की देखरेख में और इंस्पेक्टर प्रिया सेंथिलकुमार के नेतृत्व में, टीम ने संदिग्धों से जुड़े विभिन्न बैंक खातों में पाई गई 21,08,703 रुपये की फ्रीज की गई राशि की जांच की।
पीड़ित के लेन-देन विवरण का विश्लेषण करने पर पता चला कि साइबर अपराधियों की पहचान नितीश कुमार (पुत्र वेंकटेशन) नमक्कल से, चंद्रशेखरन (पुत्र लक्ष्मणन) नमक्कल से और सुरेश (पुत्र कृष्णन) सौरीपलायम, कोयंबटूर जिले से हुई है। इन शातिरों ने अपनी धोखाधड़ी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए बंधन बैंक खाते का इस्तेमाल किया।
जांच में पता चला कि इन व्यक्तियों ने नितीश कुमार के स्वामित्व में मुरुगन ट्रेडर्स नाम से एक मौजूदा बैंक खाता खोला था और प्रत्येक लेनदेन के लिए एक करोड़ रुपये के कमीशन के रूप में लाखों कमाए थे।
विशेष टीम नमक्कल और कोयंबटूर गई तथा संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
ऑपरेशन के दौरान जब्त की गई वस्तुओं में लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, बैंक पासबुक और अपराध में इस्तेमाल किए गए एटीएम कार्ड शामिल थे। आरोपियों को बाद में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये लोग आंध्र प्रदेश, बिहार, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, नागालैंड, ओडिशा और तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों सहित कई राज्यों में साइबर अपराधों में शामिल थे। उक्त बैंक खाते में कुल धोखाधड़ी वाले लेनदेन की राशि लगभग 3 करोड़ रुपये है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने विशेष टीम की इस सफल ऑपरेशन के लिए सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप प्रमुख संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने अपराध में शामिल शेष व्यक्तियों को पकड़ने के लिए प्रयास तेज करने का निर्देश दिया।
सोनिया अशोक
वार्ता