नयी दिल्ली, 02 जनवरी (वार्ता) सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) की वर्तमान श्रृंखला की समीक्षा के लिए नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद की अध्यक्षता में एक कार्य समूह का गठन करने का निर्णय लिया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार अध्यक्ष श्री चंद सहित समूह में कुल 18 सदस्य होंगे। इनमें उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के उप महानिदेशक पदेन सदस्य सचिव होंगे। कार्य समूह को इस अधिसूचना के जारी होने के 18 महीने के भीतर आर्थिक सलाहकार के कार्यालय को अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
मूल्य सूचकांक श्रृंखलाओं की समय-समय पर समीक्षा एक सामान्य प्रक्रिया है। वर्तमान डब्ल्यूपीआई श्रृंखला के लिए 2011-12 के कीमत स्तर को आधार (सूचकांक 100) रखा गया था। नयी श्रृंखला के लिए वर्ष 2022-23 की कीमतों को आधार बनाने का प्रस्ताव है।
विज्ञप्ति के अनुसार यह कार्य समूह अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक परिवर्तनों के आलोक में आधार वर्ष 2022-23 के साथ थोक मूल्य सूचकांक और पीपीआई (उत्पादक मूल्य सूचकांक) के लिए वस्तुओं की सूची का सुझाव देने के साथ मूल्य संग्रह की मौजूदा प्रणाली की समीक्षा और सुधार के लिए परिवर्तन का सुझाव देगा।
यह समूह इन सूचकांकों के आकलन के लिए अपनाई जाने वाली पद्धति पर निर्णय लेना। इससे पहले आधार वर्ष को 2011-12 से संशोधित कर 2017-18 करने की योजना थी। डीपीआईआईटी ने जून 2021 में एक कार्य समूह की मसौदा तकनीकी रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें थोक मूल्य सूचकांक के आधार वर्ष को संशोधित करने और नई श्रृंखला में औषधीय पौधों, लिफ्टों, व्यायामशाला उपकरणों और कुछ मोटरसाइकिल इंजनों जैसी लगभग 480 नई वस्तुओं को जोड़ने का सुझाव दिया गया था। वर्तमान में, सूचकांक में कुल 697 वस्तुएं हैं, जिनमें प्राथमिक लेख (117), ईंधन और बिजली उत्पाद (16) और विनिर्मित उत्पाद (564) शामिल हैं।
इस समूह के सरकारी सदस्यों में सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के अतिरिक्त महानिदेशक (फील्ड ऑपरेशन डिवीजन), इसी मत्रालय के आर्थिक सांख्यिकी प्रभाग के उप महानिदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग के उप महानिदेशक, उद्यम सर्वेक्षण प्रभाग के उप महानिदेशक, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक सलाहकार, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मूल्य एवं विपणन प्रभाग के सलाहकार, उपभोक्ता मामले विभाग के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के उप महानिदेशक, माल एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एक प्रतिनिधि, एसबीआई समूह समूह के मुख्य अर्थशास्त्री डॉ सौम्या कांति घोष तथा गैर सरकारी सदस्यों में अर्थशास्त्री डॉ सुरजीत भल्ला (गैर सरकारी), प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य डॉ. शमिका रवि क्रिसिल के मुख्य अर्थशास्त्री डॉ. धर्मकीर्ति जोशी, कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट के प्रबंध निदेशक नीलेश शाह और बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के सह-प्रमुख एवं अर्थ शास्त्री इंद्रनील सेनगुप्ता के नाम हैं।
विज्ञप्ति के अनुसार समूह मूल्य एवं जीवन-यापन लागत के सांख्यिकी पर तकनीकी सलाहकार समिति द्वारा अनुमोदित पीपीआई के संकलन की कार्यप्रणाली की जांच करेगा । यह संकलन एवं प्रस्तुति में और सुधार का सुझाव तथा डब्ल्यूपीआई से पीपीआई में परिवर्तन के लिए रोडमैप की सिफारिश करना।
समूह इन सूचकांकों की की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए आवश्यक अन्य सुधार का सुझाव भी दे सकता है। इसके लिए कार्य समूह के अध्यक्ष, आवश्यकतानुसार अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञों/प्रतिनिधियों को सहयोजित कर सकते हैं।
मनोहर, उप्रेती
वार्ता