पटना, 01 अप्रैल (वार्ता) बिहार में पटना के जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने कहा कि चैती छठ के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात प्रबंधन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जिलाधिकारी डॉ. सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, श्री कुमार ने आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में सभी दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की संयुक्त ब्रीफिंग की तथा उन्हें कर्तव्य पर तत्पर रहने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा चैती छठ के अवसर पर विधि-व्यवस्था के मद्देनजर जिले में 131 स्थानों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। 35 सेक्टर पदाधिकारी, दंडाधिकारियों के नेतृत्व में 207 दंडाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। इनके साथ लाठी बल एवं महिला बल को भी लगाया गया है। खतरनाक एवं अनुपयुक्त घाटों पर भी दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी तैनात रहेंगे। सभी एसडीओ एवं एसडीपीओ अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विधि-व्यवस्था संधारण के लिये आवश्यक अतिरिक्त प्रतिनियुक्ति करेंगे। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ससमय अपने ड्यूटी स्थान पर पहुंच जाएंगे तथा भीड़ के पूरी तरह से वापस चले जाने तक वहां मुस्तैद रहेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि छठ घाटों पर आतिशबाजी एवं पटाखों के प्रयोग पर पूर्णतः रोक लगायी जाती है। घाटों पर किसी भी आतिशबाजी पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा इसे प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने कहा कि आज नहाय-खाय के दिन से ही नदी घाटों पर छठव्रतियों एवं उनके परिजनों का आवागमन प्रारंभ हो गया है। संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी लोकहित में छठ पर्व के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण के लिए पुलिस पेट्रोलिंग के अलावे नदी में किसी भी अन्य नावों के परिचालन पर रोक के लिये भारतीय न्याय संहिता,भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के अंतर्गत निषेधाज्ञा लागू करेंगे। संबंधित एसडीओ, एसडीपीओ, थानाध्यक्ष, प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारी इस आदेश का कार्यान्वयन सुनिश्चित करेंगे। सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को साफ-सफाई सुनिश्चित करने एवं शौचालयों को क्रियाशील रखने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि सम्पर्क पथ सुचारू एवं अवरोधमुक्त होना चाहिए। छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के अनुसार घाट पर प्रवेश एवं निकास, सुदृढ़ बैरिकेडिंग, कन्ट्रोल रूम, शौचालय, स्वच्छ पेयजल, एप्रोच रोड, पार्किंग, प्रकाश की व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था सहित सभी तैयारी सुनिश्चित रखने का निदेश दिया गया है।घाट पर किसी भी आपत्तिजनक वस्तु, कार्टून, स्लोगन एवं पोस्टर का प्रदर्शन नहीं होने देना सुनिश्चित किया जाए। खतरनाक घाटों का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है, इसे प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी सुनिश्चित कराएँ।
जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी भी प्रकार की सूचना 24x7 जिला नियंत्रण कक्ष एवं आपात नम्बर सेवा 112 पर दी जा सकती है। जिला स्तर से त्वरित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंनेकहा है कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकना प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी,थानाध्यक्ष,सीओ,एसडीओ,एसडीपीओ की विशेष जिम्मेवारी है। थानाध्यक्षों एवं अन्य पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ कर विधि-व्यवस्था संधारण को सफल बनाने का निदेश दिया गया है। थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके में विधि-व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं। छठपूजा के अवसर पर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। महाप्रबंधक, पेसू शहरी क्षेत्रों में तथा अधीक्षण अभियंता, विद्युत आपूर्ति, ग्रामीण क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे।
डा. सिंह और श्री कुमार ने बताया कि अधिकारी छठपूजा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एम्बुलेंस सिविल सर्जन प्रतिनियुक्त करेंगे। विभिन्न छठ घाटों के नजदीक अस्थायी मेडिकल कैम्प लगाया जाएगा।जिला अग्निशमन पदाधिकारी, पटना को निर्देशित किया गया कि छठपूजा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिये समुचित संख्या में फायर ब्रिगेड एवं फायर दस्ता प्रतिनियुक्त करना सुनिश्चित करेंगे। सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विधि-व्यवस्था के पूर्ण प्रभार में रहेंगे।
जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने निदेश दिया कि चैती छठ, 2025 के अवसर पर सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी विनम्रता एवं सौजन्यता का प्रदर्शन करते हुए विधि-व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करेंगे।
प्रेम सूरज
वार्ता