नयी दिल्ली 07 अप्रैल (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा के सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर राज्य सरकारों पर संविधान की 'घोर अवमानना' करने का आरोप आरोप लगाया है।
श्री त्रिवेदी ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हुए हंगामे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक संवैधानिक रूप से स्थापित प्रक्रिया के तहत पारित किया गया है लेकिन कुछ राज्य सरकारें हैं जो इसका विरोध कर रही हैं चाहे वो तमिलनाडु सरकार हो या जम्मू-कश्मीर सरकार, वो संविधान की घोर अवमानना कर रही हैं। इससे साफ पता चलता है कि उनके मन में संविधान के प्रति घोर अवमानना है क्योंकि संविधान के अनुसार कोई भी राज्य सरकार भारत की संसद द्वारा पारित किसी भी कानून का विरोध नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा, 'जिस तरह के दृश्य जम्मू-कश्मीर विधानसभा में देखने को मिले हैं अगर वो इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं तो इसका मतलब है कि ये वो लोग हैं जिनके हाथों में संविधान खतरे में है।'
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस और उसके सहयोगी दलों के सदस्यों द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक के पारित होने के खिलाफ प्रदर्शन के बाद हंगामे की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने वक्फ संशोधन अधिनियम पर उनके स्थगन प्रस्ताव को खारिज करने के विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर के फैसले का भी विरोध किया।
सत्र शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने वक्फ अधिनियम में हाल ही में किए गए संशोधनों पर चर्चा की मांग की और इसके निहितार्थों पर चिंता जताई। श्री राथर ने हालांकि कहा कि मामला स्थगन प्रस्ताव के तहत नहीं उठाया जा सकता, क्योंकि यह अभी न्यायालय में विचाराधीन है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पांच अप्रैल को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को अपनी मंजूरी दे दी, जिसके बाद यह कानून बन गया। इस विधेयक को राज्य सभा ने 04 अप्रैल को पारित कर दिया था। वहीं इससे एक दिन पहले यह विधेयक लोकसभा से पारित हुआ था।
संतोष , जांगिड़
वार्ता