खार्तूम, 12 अप्रैल (वार्ता) सूडानी सेना ने कहा है कि नॉर्थ दारफुर राज्य की राजधानी एल फशर पर विद्रोही अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के हमले में कम से कम 32 नागरिक मारे गये हैं।
सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) के छठे इन्फैंट्री डिवीजन की कमान ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “मिलिशिया ने आज एल फशर पर कई आत्मघाती ड्रोन लॉन्च किये, साथ ही शहर पर गोलाबारी भी की।” सेना ने बताया कि मरने वालों में चार महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं, जबकि 17 अन्य घायल हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एल फशर में एक स्थानीय स्वयंसेवी समूह ने आरएसएफ हमले की पुष्टि की और कहा कि ड्रोन और तोपों ने शहर के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों को निशाना बनाया। समूह ने निवासियों को शहर में जारी ड्रोन गतिविधियों के कारण सड़कों से दूर रहने को कहा।
सूडानी डॉक्टर्स नेटवर्क ने एल फशर के पास जमजम विस्थापन शिविर पर आरएसएफ के दूसरे हमले की सूचना दी, हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। नेटवर्क ने हमले में भारी गोलाबारी की कड़ी निंदा की।
नॉर्थ दारफुर के स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक इब्राहिम खातिर ने जमजम शिविर पर हमले की पुष्टि की और बताया कि शहर से इसकी दूरी और संचार समस्याओं के कारण हताहतों की संख्या का अब पता नहीं चल सका है।
गौरतलब है कि एल फशर में 10 मई, 2024 से सूडानी सेना और आरएसएफ के बीच भीषण लड़ाई छिड़ी हुई है, जो अप्रैल 2023 से सूडान में चल रहे व्यापक संघर्ष का हिस्सा है।
संयुक्त राष्ट्र की ओर से उद्धृत सशस्त्र संघर्ष स्थान और घटना डेटा परियोजना के अनुसार, दोनों गुटों के बीच संघर्ष में 29,683 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन की रिपोर्ट के अनुसार इसके कारण 1.5 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित भी हुए हैं।
यामिनी
वार्ता