नयी दिल्ली, 29 मार्च (वार्ता) मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के दिल्ली को 'विकसित एवं स्वच्छ दिल्ली' बनाने के संकल्प को पूरा करने के उद्देश्य से पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने शनिवार को धौला कुआं से शिव मूर्ति इंटरचेंज तक गुरुग्राम-दिल्ली हाईवे पर चल रहे निर्माण कार्य, यातायात जाम वाले स्थानों एवं हरित क्षेत्रों निरीक्षण किया।
श्री सिरसा ने निर्माण कार्यों से होने वाले वायु प्रदूषण और यातायात जाम गतिविधि का निरीक्षण किया और जाम लगने वाले स्थानों को चिह्नित किया एवं संबधित अधिकारियों को आवशयक निर्देश जारी किये गए।
कैबिनेट मंत्री ने महिपालपुर फ्लाईओवर और रोहतक/ चंडीगढ़ रोड पर अधिक यातायात को देखते हुए सम्बंधित अधिकारियों को जाम की वजहों के कारण का आकलन करने को कहा, इसके साथ ही उन्होंने निर्माणाधीन शिव मूर्ति इंटरचेंज और एयरपोर्ट अंडरपास का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण मानकों के उल्लंघन, ग्रीन बेल्ट की कमी और धूल को कंट्रोल करने के उपायों को लेकर अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
पर्यावरण मंत्री ने निरीक्षण के दौरान पाया कि कई निर्माण स्थलों पर निर्माण सामग्रियों को ढका नहीं गया और निर्माण स्थलों से निकलने वाले मिट्टी भी खुले में पड़ी थी। उन्होंने डीपीसीसी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे डेवलपर्स/कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ नियमों के तहत आवश्यक कार्रवाई करें।
श्री सिरसा ने शिव मूर्ति इंटरचेंज पर एनएचएआई और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इंटरचेंज की क्षमता का आकलन कर एक व्यवहार्यता (फिजिबिलिटी) रिपोर्ट तैयार करें। जिससे इस बात का आकलन हो सके कि प्रस्तावित कॉरिडोर से हाईवे पर कितने वाहन गुजरेंगे और ट्रैफिक का दबाव कितना बढ़ेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मार्ग पहले से ही बहुत भीड़भाड़ वाला है और रोजाना यातायात जाम की समस्या झेल रहा है, इसलिए इसकी क्षमता का सही आकलन जरूरी है, जिससे जाम के कारण होने वायु प्रदूषण को कम किया जा सकेगा।
पर्यावरण मंत्री ने एनएचएआई और एमसीडी को निर्देश दिया कि वे आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें, ताकि इस यातायात प्रभावित मार्ग पर ग्रीन कवर को बढ़ाया जा सके और पेड़-पौधों का समुचित रखरखाव सुनिश्चित हो।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम-दिल्ली हाईवे राजधानी की लाइफलाइन है और यहां यातायात की अधिकता को देखते हुए वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना दिल्ली सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इस अवसर पर दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
उप्रेती.श्रवण
वार्ता