माउंट माउंगानुई, 06 अप्रैल (वार्ता) वनडे सीरीज में न्यूजीलैंड के हाथों 3-0 से सफाये के बाद पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद रिजवान ने स्वीकार किया कि तीनों मौकों पर टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के फैसले के बावजूद गेंदबाजी नयीं गेंद और अनुकूल परिस्थितियों का पूरा फायदा नहीं उठा पाए।
पाकिस्तान को शनिवार को सीरीज के अंतिम मैच में 43 रन से हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले पाक को टी20 सीरीज में भी 4-1 से हार का सामना करना पड़ा था।
कप्तान रिजवान ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा “ हम तीनों मौकों पर टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के बाद सीम-फ्रेंडली परिस्थितियों में नई गेंद का पूरा फायदा नहीं उठा पाए। मुझे लगता है कि अगर आप दुनिया की किसी भी टीम से पूछेंगे कि न्यूजीलैंड में सर्दियों से पहले सुबह टॉस जीतने के बाद वे गीली, हरी पिच पर क्या करेंगे, तो वे यही कहेंगे।हमारे सामने जो परिस्थितियां थीं, हम सभी जानते थे। समस्या यह थी कि नई गेंद के साथ, हमने उस चरण को पार करने की कोशिश की। हमने शुरुआती 10 ओवरों को पार करने की कोशिश की।”
रिजवान ने कहा, “ अगर आप उनके (न्यूजीलैंड) खेलने के तरीके को देखें, तो वे दूसरी पारी में नई गेंद से विकेट ले रहे थे। इसलिए, हमने टॉस जीतने का फायदा नहीं उठाया। अगर आपको लगता है कि हमें टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करनी चाहिए थी, तो यह पूरी तरह से अलग होता क्योंकि परिस्थितियां इसके अनुकूल नहीं थीं।”
पाक कप्तान ने कहा, “ चैंपियंस ट्रॉफी और त्रिकोणीय श्रृंखला (न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ) के दौरान हमारी समस्या लगातार सामने आई। अगर आप हमारे द्वारा खेले गए मैचों को देखें, तो हम 40 ओवर तक टीमों को रोके रखने में सफल रहे हैं। उसके बाद हम अपनी रणनीति खो देते हैं। उम्मीद है कि हम सभी प्रबंधन के साथ मिलकर 50वें ओवर तक उसी तरह का प्रयास करने की दिशा में काम कर सकते हैं, जैसा हमने शुरुआती 30-35 ओवरों में किया था।”
माउंट माउंगानुई में बारिश से प्रभावित (42 ओवर) मैच में 265 रनों का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने बाबर आजम के अर्धशतक की बदौलत अच्छी शुरुआत की थी। हालांकि, मेहमान टीम लगातार विकेट गिरने के कारण मैच को समाप्त नहीं कर पाई। जब उनसे उनके और बाबर जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के लक्ष्य का पीछा न कर पाने के बारे में पूछा गया, तो रिजवान ने जवाब दिया, “हमें निश्चित रूप से इस विभाग में कुछ सुधार लाने की जरूरत है, इसमें कोई बहाना नहीं है।”
प्रदीप
वार्ता