नयी दिल्ली ,09 अगस्त (वार्ता) बिना अस्पताल गये मरीजों को घर बैठे चिकित्सीय परामर्श देने के लिए नवंबर 2019 में शुरू की गयी राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा ई-संजीवनी और ई-संजीवनी ओपीडी के जरिये अब तक डेढ़ लाख से अधिक 1,58,000 टेली परामर्श दिये गये हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अगुवाई में ई-संजीवनी और ई-संजीवनी ओपीडी प्लेटफॉर्म को लेकर राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री डॉ सी विजय भास्कर ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा ,“ टेली मेडिसिन स्वास्थ्य सेवाओं की एक उभरती हुयी विधा है, जिससे हम तेज गति से सुदूर क्षेत्रों में भी बेहतर चिकित्सकीय परामर्श को पहुंचा पा रहे हैं। छोटी से अवधि में ये सेवायें 23 राज्यों में शुरू हो गयी हैं और अन्य राज्य भी इसे लागू करने की प्रक्रिया में हैं।”
उन्होंने टेली परामर्श के आंकड़े के डेढ़ लाख के पार होने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा,“ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने आयुष्मान भारत हेल्थ एवं वेलनेस केंद्रों में ब्रॉडबैंड और मोबाइल फोन के जरिये डिजिटल भारत के सपने को साकार करने की कोशिश की। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग और डॉक्टरों तथा विशेषज्ञों की निस्वार्थ भावना से हम टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म के जरिये स्वास्थ्य सेवायें देने में सक्षम हुए हैं। इससे कोरोना महामारी के दौरान हमारे स्वास्थ्य संबंधी ढांचे को मजबूती मिली है।”
श्री चौबे ने इस मौके पर कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए यह एक परिवर्तनकारी कदम है क्योंकि वे शहरों में रहने वाले मेडिकल विशेषज्ञों से आसानी से संपर्क नहीं कर पाते थे।
अर्चना जितेन्द्र
जारी वार्ता