लिस्बन/नयी दिल्ली 07 अप्रैल (वार्ता) पुर्तगाल की दो दिन की राजकीय यात्रा पर गई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार को राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा से बातचीत की और दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम में डाक टिकट जारी किये।
राष्ट्रपति भवन ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट में कहा ,“राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा के साथ व्यापक चर्चा की। दोनों नेताओं ने भारत-पुर्तगाल संबंधों के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ साझा हितों के वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की।”
पोस्ट में कहा गया है,“दोनों नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि द्विपक्षीय संबंध बहुपक्षीय स्तर सहित महत्वपूर्ण मुद्दों पर आपसी विश्वास, समझ और सहयोग पर आधारित हैं। वे व्यापार और निवेश, आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा और कनेक्टिविटी सहित कई क्षेत्रों में लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को और मजबूत करने पर सहमत हुए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में डाक टिकट जारी किये । ये टिकट भारत और पुर्तगाल की समृद्ध कलात्मक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं, और इनमें दोनों देशों के जीवंत लोक परिधान शामिल हैं: राजस्थान की विशिष्ट कालबेलिया पोशाक और पुर्तगाल की पारंपरिक वियाना डो कास्टेलो पोशाक।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक्स पर कहा, “हमारे विशेष संबंधों को और मजबूत करना। राष्ट्रपति द्रौपदी मुुर्मु ने पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा के साथ सार्थक बातचीत की। दोनों नेताओं ने व्यापार और वाणिज्य, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन, स्टार्ट-अप, नवाचार और कुशल गतिशीलता सहित नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने पर भी चर्चा की।”
इससे पहले दिन में पुर्तगाल के राष्ट्रपति सूसा ने राष्ट्रपति मुर्मु का गर्मजोशी से स्वागत किया और लिस्बन में ऐतिहासिक ‘प्राका डू इम्पेरियो’ में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
बाद में, राष्ट्रपति मुर्मु ने सांता मारिया चर्च का दौरा किया और पुर्तगाल के राष्ट्रीय कवि लुइस वाज़ डी कैमोस की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने पुर्तगाल में 16वीं शताब्दी की वास्तुकला की उत्कृष्ट कृति जेरोनिमोस मठ का भी दौरा किया।
राष्ट्रपति मुर्मु रविवार रात दो दिन की आधिकारिक यात्रा पर लिस्बन पहुंची थी। राष्ट्रपति की यह यात्रा 27 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है।
भारत की ओर से पिछली राजकीय यात्रा 1998 में हुई थी, जब राष्ट्रपति के.आर. नारायणन पुर्तगाल आए थे।
भारत और पुर्तगाल के बीच ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं, जो वर्षों से आधुनिक, बहुआयामी और गतिशील साझेदारी में विकसित हुए हैं, जिसकी विशेषता सहयोग के कई क्षेत्रों में मजबूत विकास और विस्तार है। यह यात्रा पुर्तगाल के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को और गति प्रदान करेगी।
संजीव.संजय
वार्ता